महाराष्ट्र के ठाणे जिले में रसायन कारखाने में बृहस्पतिवार अपराह्न विस्फोट होने के बाद आग लग गयी, जिसके कारण कम से कम सात लोगों की मौत हो गई जबकि 40 से अधिक अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
अधिकारियों के मुताबिक डोंबिवली में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) क्षेत्र के फेज-दो में स्थित ‘अमुदान केमिकल कंपनी' के एक बॉयलर में अपराह्न करीब 1.40 बजे विस्फोट होने से भीषण आग लग गई और आस-पास के कारखानों में भी फैल गई.
महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस हादसे में जान गंवाने वाले लोग आस-पास के कारखानों में काम कर रहे थे.
ठाणे नगर निगम के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख यासीन तड़वी ने कहा कि इस घटना में पांच पुरुषों और दो महिलाओं की मौत हो गई, लेकिन उनके शव इतने अधिक झुलस गए कि उनकी पहचान नहीं हो सकी है.
उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर कहा, ‘‘ उन परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है.''
उन्होंने कहा, ‘‘घायलों का इलाज एम्स, नेप्च्यून और ग्लोबल अस्पतालों में किया जा रहा है और हर तरह की सहायता प्रदान की जा रही है. उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. बचाव कार्य के लिए विभिन्न टीम और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर हैं.''
अधिकारियों ने बताया कि अग्निशमन दल, पुलिस और स्थानीय अधिकारियों के अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम भी बचाव अभियान में हिस्सा ले रही है.
सामंत ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि जिस कारखाने में विस्फोट हुआ वह पिछले कुछ महीनों से परिचालन में नहीं था और कुछ दिन पहले ही दोबारा शुरू हुआ था.
राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत, स्थानीय सांसद श्रीकांत शिंदे और विधायक राजू पाटिल ने मुंबई से करीब 40 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) क्षेत्र का दौरा किया.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कारखाने में हुआ धमाका इतना जोरदार था कि इसकी आवाज एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी. अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के कारण आसपास की इमारत की खिड़कियों के शीशों में दरारें आ गईं जबकि कुछ मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए.
कारखाने के ऊपर धुएं के घने बादल छाए देखे जा सकते हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने छत्रपति संभाजीनगर में संवाददाताओं से कहा कि घटनास्थल पर बड़े पैमाने पर बचाव और राहत अभियान चल रहा है तथा उन्होंने जिलाधिकारी को घटना की विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जिले में खतरनाक रासायनिक कारखानों को डोंबिवली से अंबरनाथ एमआईडीसी में स्थानांतरित करने की योजना चल रही है.
ये भी पढ़ें:-
लू की वार्निंग में कैसे दिए जाते हैं कलर कोड और क्या है इनका मतलब ? मौसम विभाग के सीनियर साइंटिस्ट ने बताया