उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की जलालाबाद में गंगा एक्सप्रेसवे पर बनी हवाई पट्टी पर देर रात वायु सेवा के हवाई विमानों की टच लैंडिंग कराकर हेयर स्ट्रिप की नाइट लैंडिंग कैपेबिलिटी का टेस्ट किया गया. गंगा एक्सप्रेसवे के साढ़े तीन किलोमीटर लंबे हिस्से पर अपना बहुप्रतीक्षित “लैंड एंड गो” (विमानों का आगमन और प्रस्थान) अभ्यास किया, जो देश की रक्षा तैयारियों के लिहाज से अहम है.
इस एक्सप्रेस वे की खासियत यह है कि यह लड़ाकू विमानों को दिन और रात दोनों समय में उड़ान भरने की सुविधा प्रदान करता है. अपनी इस अनूठी क्षमता के कारण यह देश में इस तरह की पहली हवाई पट्टी बन गई है. अब तक लखनऊ-आगरा और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर विमानों को उतारने और उड़ाने का इस तरह का आपातकालीन अभ्यास किया जा चुका है, लेकिन वे दिन के समय तक ही सीमित थे.
राज्य सरकार के अधिकारियों का मानना है कि अभ्यास की सफलता से यह भी पता चलेगा कि एक्सप्रेसवे आपात स्थिति के दौरान वैकल्पिक रनवे के रूप में काम कर सकता है, जिससे भारतीय वायुसेना का परिचालन संबंधी लचीलापन बढ़ेगा. इस एक्सप्रेसवे पर 250 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, ताकि सुरक्षा और निगरानी को पुख्ता किया जा सके. इस कार्यवाही की निगरानी के लिए शीर्ष रक्षा और राज्य सरकार के अधिकारी भी मौजूद थे.
पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने शुक्रवार को बताया कि जलालाबाद क्षेत्र में गंगा एक्सप्रेसवे पर यहां पीरु गांव के पास हवाईपट्टी बनाई गई है जिस पर आज एम 32, जगुआर, हरक्यूलिस, सुखोई, मिंग 29, तथा राफेल जैसे युद्धक विमानों ने अभ्यास किया है.
उन्होंने बताया कि यह हवाईपट्टी साढ़े तीन किलोमीटर लंबी है तथा रविवार को इसका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण भी किया था. उनका कहना था कि इस हवाईपट्टी पर वायुसेना के लड़ाकू विमान दिन तथा रात में किसी भी समय उतर सकेंगे तथा लड़ाकू विमान अभ्यास भी कर सकेंगे.
द्विवेदी ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से यहां 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिससे आवागमन सुरक्षित होगा और किसी भी वारदात पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच कर कार्रवाई करेगी. उन्होंने बताया कि 40 किलोमीटर क्षेत्र में आज पंचायत तथा पशु विभाग के कर्मचारियों तथा पुलिस को मार्ग के किनारे तैनात किया गया ताकि वह जानवरों को सड़क तथा प्रतिबंधित क्षेत्र में ना आने दे.
पुलिस अधीक्षक ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि जलालाबाद क्षेत्र के पीरू गांव के पास स्थित हवाई पट्टी पर सी-130जे सुपर हरक्यूलिस, जगुआर, सुखोई, मिग-29 और राफेल समेत उन्नत लड़ाकू विमानों का परीक्षण किया गया.
उनके मुताबिक इस अभ्यास में दिन और रात दोनों समय की संचालन क्षमताओं का परीक्षण किया गया. स्थानीय पुलिस कर्मी सतर्क रहे क्योंकि लड़ाकू विमानों ने रात में ‘सिमुलेशन' का प्रदर्शन किया. उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने सितंबर 2021 में मेरठ और प्रयागराज के बीच 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण को मंजूरी दी थी.