मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के ग्रामीण इलाके सिमरोल में कॉलेज के पूर्व छात्र ने एक बड़ी वारदात को अंजाम देते हुए कॉलेज परिसर में महिला प्रोफेसर को जिंदा जलाने की कोशिश की. 50 वर्षीय महिला प्रोफेसर को इंदौर की चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वे 80 फीसदी तक झुलस गई हैं और उनकी हालत बेहद गंभीर बताई गई है. पुलिस के अनुसार पीड़ित प्रोफेसर की पहचान विमुक्ता शर्मा के रूप में की गई है. विमुक्ता बीएम कॉलेज ऑफ फार्मेसी में कार्यरत हैं. पुलिस ने फिलहाल इस मामले की जांच शुरू कर दी है.
मामले की जांच में जुटी पुलिस के अनुसार घटना सिमरोल के बीएम फार्मेसी कॉलेज परिसर में शाम करीब चार बजे हुई. घटना के समय प्रोफेसर विमुक्ता शर्मा कॉलेज में काम खत्म करने के बाद घर निकलने वाली थीं. इसी दौरान उनकी आरोपी आशुतोष के साथ मार्कशीट जारी करने में देरी को लेकर बहस हुई. इसके बाद आरोपी ने प्रोफेसर पर पेट्रोल डालकर उन्हें आग के हवाले कर दिया. इससे पहले की प्रोफेसर को बचाने के लिए आसपास से कोई मदद के लिए आ पाता, वो बुरी तरह से झुलस गईं. बाद में उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उनका फिलहाल इलाज चल रहा है.
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि आशुतोष श्रीवास्तव नाम के पूर्व छात्र ने इस घटना को अंजाम दिया है. घटना में आशुतोष भी 40 फीसदी तक झुलस गया. उसे भी इलाज के लिए पास के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने पास में स्थित एक वाटरफॉल से कूदकर खुदकुशी करने का भी प्रयास किया.
पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी ने कुछ महीने पहले भी कॉलेज के एक दूसरे स्टॉफ पर चाकू से हमला कर दिया था. उस घटना के बाद आरोपी को गिरफ्तार भी किया गया था. उस मामले में वह कुछ सप्ताह पहले ही वह जमानत पर जेल से बाहर आया है. जेल से बाहर आने के बाद ही उसने इस घटना को अंजाम दिया है.
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