भारत से तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बाद गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने पाकिस्तान पर कड़ी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि यदि उन्हें नरक और पड़ोसी देश पाकिस्तान के बीच चुनना होगा, तो वह नरक को चुनेंगे. जावेद अख्तर ने यह बात मुंबई में एक पुस्तक विमोचन समारोह में कही. उन्होंने कहा कि उन्हें अक्सर दोनों पक्षों के चरमपंथियों से आलोचना और गालियां मिलती हैं.
बहुत से लोग मुझे प्रोत्साहित करते हैं और मेरी प्रशंसा करते हैं. लेकिन यह सच है कि दोनों तरफ के लोग मुझे गाली देते हैं. एक तरफ कहते हैं कि तुम काफिर हो और नरक में जाओगे. दूसरी तरफ कहते हैं कि तुम जिहादी हो और पाकिस्तान चले जाओ. अगर मुझे नरक और पाकिस्तान में से किसी एक को चुनना पड़े तो मैं नरक जाना पसंद करूंगा.
गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने कहा कि मैं किसी मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहता था. इसलिए मैंने अंग्रेजी में एक लेख लिखा और उसका मराठी में अनुवाद करवाया, उसे सामना में प्रकाशित करवाने के लिए संजय राउत से संपर्क किया. इस तरह मेरी उनसे पहली मुलाकात हुई. मेरा पक्ष व्यक्त करने वाला लेख सामना में ज्यों का त्यों प्रकाशित हुआ. तब से मैं उनका भक्त बन गया खुली आंखों वाला. बंद आँखों वाला अंध भक्त नहीं.
जावेद अख्तर ने कहा कि दुनिया भर में सरकारें बड़ी गलतियां करती हैं, क्योंकि वे विपक्षी नेताओं को जेल भेज देती हैं. उन्हें सोचने का मौका मिलता है. सरकार को ऐसा नहीं करना चाहिए, उन्हें बाहर ही व्यस्त रखना चाहिए. मैं लेखक समुदाय में संजय जी का स्वागत करता हूं और उन्हें लिखना जारी रखना चाहिए.