भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना (CJI NV Ramana) ने सोमवार को दोपहर में पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई कि एक ट्विटर (Twitter) एकाउंट से उनके नाम से सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफॉर्म पर फर्जी मैसेज पोस्ट किया गया. शनिवार को शपथ लेने वाले मुख्य न्यायाधीश का ट्विटर या किसी अन्य सोशल मीडिया पर कोई एकाउंट नहीं है.
ट्विटर पर @NVRamanna - हैंडल से किए गए ट्वीट को हटा दिया गया है, लेकिन यह एकाउंट सक्रिय है, और इससे अब तक 98 बार ट्वीट किए जा चुके हैं. हटाए गए ट्वीट में लिखा है: "अजीत डोभाल की कूटनीति के कारण, अमेरिका ने भारत को वैक्सीनेशन के लिए कच्चे माल की आपूर्ति करने का फैसला किया."
अमेरिका ने रविवार देर रात को इसकी घोषणा की थी. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि वह "तुरंत" कोविशिल्ड कोरोनावाइरस वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए आवश्यक कच्चे माल के स्रोत उपलब्ध कराएंगे.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अपने अमेरिकी समकक्ष जेक सुलिवान से बात करने के बाद अमेरिका द्वारा टीके के लिए कच्चा माल देने के उसके फैसले की पुष्टि की.
न्यायमूर्ति रमना ने पिछले सप्ताह भारत के 48 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली. उन्हें एक छोटे से समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शपथ दिलाई. दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में हुए इस समारोह में कोविड प्रतिबंधों के कारण उपस्थिति सीमित थी.
नए चीफ जस्टिस ने कहा कि "हम परीक्षण के दौर से गुजर रहे हैं क्योंकि हम कोविड लहर से लड़ाई कर रहे हैं. वकील, जज और कोर्ट स्टाफ सभी वायरस के कारण प्रभावित होते हैं. ट्रांसमिशन की श्रृंखला को तोड़ने के लिए कुछ कड़े उपाय आवश्यक हैं. हम समर्पण के साथ महामारी को हरा सकते हैं. "
चीफ जस्टिस रमना 26 अगस्त 2022 तक देश के मुख्य न्यायाधीश के पद पर रहेंगे. वे आंध्र प्रदेश के निवासी भारत के दूसरे मुख्य न्यायाधीश हैं. न्यायमूर्ति के सुब्बा राव 1966 से 67 तक भारत के नौवें मुख्य न्यायाधीश रहे थे.