प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पुणे 1 अगस्त (मंगलवार) को पुणे दौरे पर थे. पीएम ने यहां दगडूशेठ गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना की. इस बीच सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर सामने आई है, जिसे लेकर विपक्ष हमलावर है. शेयर किए जा रही फोटो में पीएम मोदी दगडूशेठ मंदिर के गर्भगृह में दिखाई दे रहे हैं. तस्वीर में पीएम मोदी भगवान गणेश की ओर पीठ किए हुए दोनों हाथ जोड़े खड़े दिखाई दे रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव समेत बीजेपी के कई नेताओं ने पीएम की इस फोटो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया है. हालांकि, विपक्ष के नेताओं ने इस तस्वीर को लेकर पीएम मोदी पर भगवान के अनादर का आरोप लगाया है. NDTV के फैक्ट चेक में आइए जानते हैं, वायरल हो रहे इस तस्वीर की क्या है सच्चाई?
किसने शेयर की तस्वीर?
इस तस्वीर को तेलंगाना राज्य नवीकरणीय ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष वाई. सतीश रेड्डी ने शेयर की है. उन्होंने इस तस्वीर को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर शेयर करते हुए लिखा, "मोदी जी, अपने देवी-देवताओं को पीठ दिखाना अपमानजनक माना जाता है. आप किसका सामना कर रहे हैं?"
कांग्रेस नेता ने भी उठाए सवाल
वहीं, कांग्रेस युवा मोर्चा के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने भी इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए सवाल किया है. उन्होंने यूजर्स से पूछा- इस तस्वीर के बारे में आपकी क्या राय है?
क्या है तस्वीर की सच्चाई?
इस तस्वीर के पीछे की सच्चाई कुछ और है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 1 अगस्त के पुणे दौरे के वीडियो पर नज़र डाले, तो तस्वीर के पीछे की सच्चाई साफ हो जाती है. सागर गौड़ नाम के यूजर ने पीएम मोदी का पूरा वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘बस पूजा से एक स्नैपशॉट लिया और इसे ऐसे फैलाया जैसे कि वह तस्वीरों के लिए पोज़ दे रहे हों.'
वीडियो में क्या है?
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी दगडूशेठ मंदिर के गर्भगृह में गणेश भगवान के दर्शन के दौरान परिक्रमा कर रहे हैं. ये तस्वीर इसी बीच ली गई है, जिसमें परिक्रमा के बीच में पीएम मोदी की पीठ भगवान के सामने है. वीडियो देखने के बाद आपको भी समझ आ जाएगा कि इन दावों में कितनी सच्चाई है.
फैक्ट चेक का रिजल्ट
वीडियो को देखने से साफ है कि वायरल हो रही तस्वीर फेक है. वीडियो का एक स्नैप लेकर शेयर किया जा रहा है.
बता दें कि इस मंदिर का मैनेजमेंट श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति ट्रस्ट की ओर से किया जाता है. यह मंदिर राज्य के सबसे धनी मंदिरों में से एक है. 10 दिनों के गणेशोत्सव उत्सव के दौरान यहां लाखों भक्त जुटते हैं.
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