विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्रिकेट से तुलना करते हुए यह विस्तार से बताया है कि "कैप्टन" मोदी के नेतृत्व में विदेश नीति किस तरह काम करती है. जयशंकर ने विदेश मंत्रालय के सहयोग से ऑब्जर्बर रिसर्च फाउंडेशन की ओर से आयोजित रायसीना डायलॉग को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान विदेश मंत्री ने भारत और ब्रिटेन के संबंधों का जिक्र करते हुए ब्लॉकबस्टर फिल्म 'RRR' का भी जिक्र किया. ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर और इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन ने भी इस दौरानउनके साथ मंच साझा किया. सरकार की कार्यप्रणाली के बारे में पूछे जाने पर जयशंकर ने कहा, "कैप्टन मोदी के साथ नेट प्रैक्टिस सुबह 6 बजे शुरू होती है और यह देर तक चलती है."
उन्होंने आगे कहा कि यदि किसी कप्तान के पास ऐसा बॉलर होता है जो प्रदर्शन कर सकता है तो वह उसे ही गेंद देगा. विदेश मंत्री ने कहा, "'मुझे लगता है कि इस लिहाज से कप्तान मोदी अपने गेंदबाजों को कुछ हद तक आजादी देते हैं. वह उम्मीद करते हैं कि यदि वे आपको ऐसा करने का मौका दे रहे हैं तो आप विकेट लें. लेकिन मैं यह भी कहूंगा कि कुछ कड़े फैसले लिए जा रहे हैं. लॉकडाउन का फैसला बेहद सख्त फैसला था और इसे लिया ही जाना था. अगर अब हम पीछे मुड़कर देखते हैं कि लगता है कि अगर हमने वह फैसला नहीं लिया होता तो क्या होता?" "
जयशंकर ने इस दौरान भारत की विदेश नीति को लेकर बढ़ती रुचि पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, "ऐसा इसलिए है क्योंकि अब अधिक लोग दुनिया में दिलचस्पी ले रहे हैं. दूसरा कारण भारत का वैश्वीकरण है. एक क्रिकेट टीम की तरह, हम केवल घर में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मैच जीतना चाहते हैं." टोनी ब्लेयर की मौजूदगी के बीच यह चर्चा बाद में भारत के ब्रिटेन से बड़ी इकोनॉमी बनने और क्रिकेट में वर्चस्व की ओर बढ़ गई.
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