Rajya Sabha Election Date : राज्यसभा के लिए अब हरियाणा-राजस्थान समेत चार राज्यों की चार सीटों के लिए मुकाबला तय हो चुका है. दरअसल, चुनाव आयोग ने 15 राज्यों की 57 सीटों पर चुनाव की घोषणा की थी, लेकिन यूपी-बिहार समेत 11 राज्यों की 41 सीटों पर प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं. महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान और हरियाणा में अब 10 जून को वोट डाले जाएंगे, क्योंकि इन राज्यों में संख्याबल से अधिक उम्मीदवारों ने ताल ठोक दी है. इस कारण विधायकों को रिसॉर्ट-होटल में ठहराने जैसी कवायद देखी जा रही है. ताकि क्रॉस वोटिंग और हॉर्स ट्रेडिंग यानी खरीद-फरोख्त जैसे खतरों से बचा जा सके. निर्दलीय और छोटे दलों को भी अपने पाले में लाने के लिए बीजेपी-कांग्रेस और अन्य दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है.
राजस्थान : सुभाष चंद्रा की दावेदारी से मुकाबला दिलचस्प
राजस्थान में चौथी सीट के लिए सत्तारूढ़ कांग्रेस के प्रमोद तिवारी और बीजेपी समर्थित निर्दलीय सुभाष चंद्रा में मुक़ाबला है. मीडिया दिग्गज सुभाष चंद्रा पहले भी राज्यसभा चुनाव जीत चुके हैं. सीट पर जीत के लिए 41 वोट चाहिए. प्रमोद तिवारी को 15 जबकि चंद्रा को 11 अतिरिक्त वोट चाहिए. छोटी पार्टियों और निर्दलीयों पर दोनों ही दलों की नजरे हैं. हॉर्स ट्रेडिंग के डर से विधायकों की बाड़ेबंदी हो रही है. सुभाष चंद्रा ने दावा किया है कि उन्होंने 8 विधायकों का जुगाड़ कर लिया है. चंद्रा का कहना है कि चार कांग्रेस विधायक भी उनके पक्ष में वोट डालेंगे.
हरियाणा : कांग्रेस के लिए चुनौती
हरियाणा में बीजेपी की एक सीट पर जीत पक्की है. दूसरी सीट के लिए कांग्रेस के अजय माकन और बीजेपी समर्थित निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा में मुक़ाबला है. जीत के लिए 31 वोट चाहिए. कार्तिकेय को बीजेपी के 10 अतिरिक्त और जेजेपी के 10 विधायकों का समर्थन मिला है. सात निर्दलीय विधायकों पर दोनों की नजरें हैं. कांग्रेस के सभी विधायकों का वोट मिले तो माकन का जीतना तय है.
महाराष्ट्र : छठवीं सीट पर कौन मारेगा बाजी
राज्य की छठवीं सीट के लिए बीजेपी के धनंजय महादिक और शिवसेना के संजय पवार में मुक़ाबला है. महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार की साख दांव पर है. राज्य में विधायकों की संख्या के हिसाब से जीत हर सीट पर जीत के लिए 42 वोट चाहिए. बीजेपी के पास 22 अतिरिक्त और 7 अन्य का समर्थन है. यानी उसके 29 वोट तय लेकिन 13 और चाहिए. अघाड़ी के पास 26 अतिरिक्त वोट हैं और उसे 16 अतिरिक्त मतों की दरकार है. छोटी पार्टियों और निर्दलीयों की संख्या 29 है, जिन पर दोनों ही धड़ों की नज़र है.
कर्नाटक : चौथी सीट पर तिकोना मुकाबला
कर्नाटक की चौथी सीट के लिए बीजेपी के लहर सिंह सिरोया, कांग्रेस के मंसूर अली खान और जेडीएस के डी कुपेंदर रेड्डी के बीच मुक़ाबला है. सीट पर जीत के लिए 45 वोट चाहिए. बीजेपी के पास 32 अतिरिक्त, कांग्रेस के 25 और जेडीएस के 32 वोट है. ऐसे में पासा किसी भी ओर पलट सकता है. बीजेपी जीत के लिए दूसरी वरीयता के वोटों और निर्दलीयों के समर्थन के प्रति भरोसे में दिख रही है.