प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए गए बयान को लेकर गिरफ्तार किए गए पवन खेड़ा ने जमानत पर रिहा होने के बाद सरकार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि यह पहली घटना नहीं है जब लोगों की स्वतंत्रता पर हमला किया गया है. उन्होंने कहा कि मुझे एक आतंकी की तरह विमान से उतार दिया गया. कांग्रेस नेता ने कहा कि बिना किसी नोटिस के मुझे विमान से उतारने के लिए कहा गया जैसे कि मैं एक आतंकवादी हूं. यह लोगों के जीवन और स्वतंत्रता को कम करने का यह पहला उदाहरण नहीं है. यह कल किसी के साथ भी हो सकता है.
पवन खेड़ा ने कहा कि आज ऐसी घटना मेरे साथ हुई है ये कल किसी और के साथ हो सकती है. उन्होने कहा कि यह न्यायपालिका की जीत है. मेरे अधिकारों को बनाए रखने के लिए अदालत का धन्यवाद. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मेरी टिप्पणी जुबान फिसलने के कारण थी या नहीं, मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा लेकिन देश में अघोषित आपातकाल जैसे हालात हैं.
गौरतलब है कि पवन खेड़ा के खिलाफ उत्तर प्रदेश में दो और असम में एक एफआईआर दर्ज हुई है. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने पवन खेड़ा को अंतरिम राहत देते हुए 28 फरवरी तक गिरफ्तारी से संरक्षण प्रदान किया था. जिसके बाद उनकी रिहाई हुई है. सुप्रीम कोर्ट ने पवन खेड़ा को गिरफ्तारी से संरक्षण और कई प्राथमिकियों को एक साथ जोड़ने के अनुरोध संबंधी याचिका को 27 फरवरी को सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया है. प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणियों को लेकर उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश के लखनऊ तथा वाराणसी और असम में कई प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं. अब इन सभी एफआईआर को एक साथ क्लब करके सुनवाई होगी.
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