उत्तर भारत के सबसे अहम और 'हिन्दी बेल्ट की जान' कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश राज्य में कुल 80 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है इटावा संसदीय सीट, यानी Etawah Parliamentary Constituency, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1757984 मतदाता थे. उस चुनाव में BJP प्रत्याशी डॉ. रामशंकर कठेरिया को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 522119 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में डॉ. रामशंकर कठेरिया को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 29.7 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 50.75 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर SP प्रत्याशी कमलेश कुमार दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 457682 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 26.03 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 44.49 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 64437 रहा था.
इससे पहले, इटावा लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1707237 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में BJP पार्टी के प्रत्याशी अशोक कुमार दोहरे ने कुल 439646 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 25.75 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 46.78 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे SP पार्टी के उम्मीदवार प्रेमदास कठेरिया, जिन्हें 266700 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 15.62 प्रतिशत था और कुल वोटों का 28.38 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 172946 रहा था.
उससे भी पहले, उत्तर प्रदेश राज्य की इटावा संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1416867 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से SP उम्मीदवार प्रेमदास ने 278776 वोट पाकर जीत हासिल की थी. प्रेमदास को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 19.68 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 43.7 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर BSP पार्टी के उम्मीदवार गौरीशंकर रहे थे, जिन्हें 232030 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 16.38 प्रतिशत था और कुल वोटों का 36.37 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 46746 रहा था.