कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बी एस येदियुरप्पा (B S Yediyurappa) ने शनिवार को कहा कि कुछ लोग पूर्व मंत्री के एस ईश्वरप्पा (K S Eshwarappa) की ‘देशद्रोहियों को गोली मारो' वाली टिप्पणी को अलग अर्थ देने के लिए तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं. ईश्वरप्पा ने बृहस्पतिवार को दावणगेरे में कहा था कि केंद्र को कांग्रेस सांसद डी के सुरेश और कांग्रेस विधायक विनय कुलकर्णी जैसे ‘देशद्रोहियों' को गोली मारने के लिए एक कानून बनाना चाहिए जो दक्षिण भारत को एक अलग राष्ट्र बनाना चाहते हैं.
येदियुरप्पा ने शिवमोगा में संवाददाताओं से कहा, ‘‘लोग ईश्वरप्पा के बयान के बारे में नकारात्मक मतलब निकाल रहे हैं. ईश्वरप्पा ने केवल देशद्रोहियों को गोली मारने के लिए कानून बनाने की मांग की थी. ईश्वरप्पा के बयान और उनके खिलाफ की गई टिप्पणियों के बीच कोई संबंध नहीं है.''
ईश्वरप्पा की टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ दावणगेरे में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
लक्ष्मण रेखा पार नहीं करनी चाहिए : शेट्टार
ईश्वरप्पा की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार ने सभी से अपनी-अपनी हद में रहने को कहा. शेट्टार ने हुबली में कहा, ‘‘ईश्वरप्पा ने अपने बयान का बचाव किया है. मैंने पहले भी कई बार कहा है कि किसी को भी लक्ष्मण रेखा पार नहीं करनी चाहिए.''
भाजपा के पूर्व विधायक एम पी रेणुकाचार्य ने ईश्वरप्पा का समर्थन करते हुए कहा कि देश के विभाजन की बात पर कोई चुप नहीं रह सकता. रेणुकाचार्य ने कहा, ‘‘ईश्वरप्पा कट्टर हिंदुत्व समर्थक हैं. उन्होंने केवल सच बोला है. जब कोई देश के विभाजन की बात करता है तो वह कैसे चुप रह सकते हैं?''
बयान भाजपा नेता की समझ के स्तर को दर्शाता है : खरगे
ईश्वरप्पा के बयान पर कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियंक खरगे ने कहा कि यह बयान भाजपा नेता की समझ के स्तर को दर्शाता है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियंक ने कलबुर्गी में संवाददाताओं से कहा, ‘‘गोली मारने के लिए कानून लाने का आपका (ईश्वरप्पा का) बयान आपकी समझ के स्तर को दर्शाता है. जब उनकी अहमियत नहीं है तो उनके बयानों को गंभीरता से क्यों लिया जाना चाहिए? उन्होंने पहले ही राजनीति से ‘अनैच्छिक सेवानिवृत्ति' ले ली है और मार्गदर्शक मंडल में भी जगह नहीं बना सके.''
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार को ईश्वरप्पा के बयान के विरोध में बेंगलुरु के चक्रवर्ती लेआउट स्थित उनके घर का घेराव करने की कोशिश की. वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एहतियातन हिरासत में ले लिया.
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