बजट में स्थिरता और निरंतरता पर जोर : SBI के ग्रुप मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ सौम्या कांति घोष

दो टैक्स रिजीम है, सरकार सबसे अपेक्षा कर रही है कि वो नए टैक्स रिजीम में आएं. ऐसे में अगर कोई न्यू टैक्स रिजीम चुने तो उसे फायदा है.

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नई दिल्ली:

बजट में स्थिरता और निरंतरता पर काफी जोर दिया गया है, क्योंकि अंतरिम बजट में जो हमने आंकड़े देखे थे, टैक्स में छूट जो दिया गया है, जितना फिसिकल डिफिसिट रहेगा, उसका एजम्पसंस काफी कंजरवेटिव है. अगर आप ग्रोथ को मानते हैं तो नॉमिनल जीडीपी उन्होंने माना है कि 10.50 प्रतिशत होगा, इसका मतलब है कि ग्रोथ 6.50 प्रतिशत और महंगाई 4 प्रतिशत. आरबीआई ने 7.2 प्रतिशत का अनुमान जताया है, लेकिन मुझे लगता है कि ग्रोथ उससे भी ऊपर जाएगा.

इन सब बातों से मुझे लगता है कि बजट का जो नंबर है, वो कंजरवेटिव है और अंतिम दो-तीन साल से हम यही देख रहे हैं कि सरकार बजट में अंडर प्रॉमिस करती है और ओवर डिलेवर करते हैं. इस बजट में भी कोई अंतर नहीं होगा और बजट असल में निरंतर है, क्योंकि वित्त मंत्री ने स्पष्ट कहा है कि वो टैक्स स्लैब को सुधारने की कोशिश कर रही हैं. इसका मतलब है कि अगले फरवरी में जो बजट आएगा, उसमें टैक्स रिजीम को लेकर काफी बदलाव देख सकते हैं.

मुझे लगता है कि ये बजट स्थिरता और निरंतरता को लेकर इंफेसिस है और देश के लिए इंवेस्मेंट को लेकर बहुत ही महत्वपूर्ण फैक्टर है.

दो टैक्स रिजीम है, एक न्यू टैक्स रिजीम और एक ओल्ड टैक्स रिजीम, मुझे लगता है कि सरकार सबसे अपेक्षा कर रही है कि वो नए टैक्स रिजीम में आएं. ऐसे में अगर कोई न्यू टैक्स रिजीम चुने तो उसे फायदा है. लेकिन यदि सरकार चाहती है कि अधिक से अधिक लोग न्यू टैक्स रिजीम में जाएं तो उसे अपने सबसे शीर्ष स्लैब को कम करना होगा, क्योंकि हमारे देश में कॉर्पोरेट टैक्स 25 प्रतिशत है और पर्सनल इनकम टैक्स 30 प्रतिशत प्लस सरचार्ज है.

मुझे लगता है कि समय के साथ ये दोनों टैक्स में सुधार की जरूरत होगी. ओल्ड टैक्स रिजीम में काफी इंसेंटिव्स हैं, लेकिन बहुत सारे लोग इसका फायदा नहीं उठा पाते हैं. वहीं बहुत लोगों को पता भी नहीं चलता है. इसीलिए टैक्स रिजीम को आसान बनाने के लिए मुझे लगता है कि फरवरी में घोषणा हो सकती है. ऐसे में न्यू टैक्स रिजीम में जाने पर बचत होगी. वो सबके लिए फायदेमंद होगा.

(डिस्क्लेमर- डॉ सौम्या कांति घोष एसबीआई बैंक के ग्रुप मुख्य आर्थिक सलाहकार हैं.)

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