नई दिल्ली: निर्वाचन आयोग ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अंजनी कुमार को निलंबित करने का रविवार को आदेश दिया. सूत्रों ने यह जानकारी दी. तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है.
सूत्रों ने बताया कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में निर्वाचन आयोग ने यह कार्रवाई इसलिए की क्योंकि राज्य पुलिस के नोडल अधिकारी संजय जैन और नोडल अधिकारी (व्यय) महेश भागवत के साथ डीजीपी ने मतगणना के बीच हैदराबाद में कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष एवं पार्टी उम्मीदवार अनुमूला रेवंत रेड्डी से उनके आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की और उन्हें फूलों का एक गुलदस्ता भेंट किया .
सूत्रों ने बताया कि कुल 2,290 में से एक उम्मीदवार और चुनाव मैदान में उतरे 16 राजनीतिक दलों में से एक राजनीतिक दल के स्टार प्रचारक से मिलने का फैसला करना लाभ लेने के दुर्भावनापूर्ण इरादे का एक स्पष्ट संकेत है. सूत्रों ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने डीजीपी कुमार को निलंबित करने का आदेश दिया है.
निर्वाचन आयोग ने आदेश दिया कि राज्य के अगले वरिष्ठतम पुलिस अधिकारी को तुरंत तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक का प्रभार दिया जाएगा. सूत्रों ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि डीजीपी का यह कृत्य चुनाव आचार संहिता और प्रासंगिक आचरण नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है और इससे कनिष्ठ अधिकारियों के बीच गलत संदेश गया है.
सूत्रों ने बताया कि पुलिस प्रमुख के रूप में, डीजीपी से अपेक्षा की जाती है कि वह अपने व्यक्तिगत निष्पक्ष आचरण से एक उदाहरण स्थापित करके राज्य की संपूर्ण पुलिस सेवाओं का नेतृत्व करेंगे. निर्वाचन आयोग ने राज्य पुलिस के नोडल अधिकारी संजय कुमार जैन और नोडल अधिकारी (व्यय) महेश एम भागवत से उन परिस्थितियों के बारे में स्पष्टीकरण भी मांगा है जिनके तहत वे रेवंत रेड्डी से मिले थे. विधानसभा चुनाव के नतीजों और रुझानों यह साफ हो गया है कि कांग्रेस तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को सत्ता से बेदखल करने की ओर बढ़ रही है.
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