चुनाव आयोग ने फिर किया राहुल गांधी का फैक्ट-चेक, वायरल सुबोध कुमार निकले RJD के बूथ एजेंट

राहुल गांधी के एक वीडियो में सुबोध कुमार ने दावा किया कि उनका नाम वोटर लिस्ट से काट दिया गया है. बाद में चुनाव आयोग ने फैक्ट चेक करके बताया कि सुबोध RJD के बूथ एजेंट हैं. उनका नाम SIR-2025 से पहले भी वोटर लिस्ट में नहीं था तो आरोप झूठा है.

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वोटर लिस्ट से नाम काटने का आरोप लगाते सुबोध कुमार के साथ राहुल गांधी
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  • राहुल गांधी ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उनके साथ मौजूद सुबोध कुमार ने वोट कटने का आरोप लगाया.
  • चुनाव आयोग ने फैक्ट चेक करते हुए कहा कि RJD के बूथ एजेंट सुबोध कुमार का नाम पहले से लिस्ट में नहीं था.
  • इससे पहले चुनाव आयोग ने रंजू देवी और उनके परिवार का नाम मतदाता सूची से हटाने के दावे को गलत बताया था.
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चुनाव आयोग (ECI) ने एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बिहार में बड़े पैमाने पर वोटर काटने (Voter Deletion) के दावों को खारिज किया है. इस बार मामला एक वायरल वीडियो में सामने आए सुबोध कुमार से जुड़ा है.

मंगलवार सुबह राहुल गांधी ने बिहार से एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए कहा, “जो सुबोध कुमार जी के साथ हुआ, वही लाखों लोगों के साथ बिहार में हो रहा है. वोट चोरी भारत माता पर आक्रमण है, बिहार की जनता ये होने नहीं देगी.”

वीडियो में सुबोध कुमार ने दावा किया कि उनका नाम ड्राफ्ट इलेक्टोरल रोल से हटा दिया गया है. हालांकि, चुनाव आयोग ने विस्तृत स्पष्टीकरण जारी करते हुए स्पष्ट किया कि सुबोध कुमार दरअसल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बूथ लेवल एजेंट (BLA) हैं, न कि कोई साधारण मतदाता.

आयोग के अनुसार, सुबोध कुमार का नाम विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) 2025 से पहले भी मतदाता सूची में मौजूद नहीं था, इसलिए उनके नाम को “हटाने” का आरोप झूठा है.

चुनाव आयोग ने यह भी बताया कि:

  • सुबोध कुमार का नाम सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार प्रकाशित विलोपित मतदाताओं (deleted voters) की सूची में दर्ज नहीं है.
  • उन्होंने ड्राफ्ट रोल के प्रकाशन के बाद कोई दावा/आपत्ति (फॉर्म-6 या आवश्यक घोषणा पत्र) प्रस्तुत नहीं किया.
  • जब मतदान केन्द्र संख्या 10 पर विलोपित मतदाताओं की सूची सार्वजनिक सूचना के लिए चिपकाई गई, तब भी वे स्वयं मौजूद थे लेकिन उन्होंने कोई आपत्ति नहीं जताई.

नवादा के जिला निर्वाचन पदाधिकारी (DEO) की विस्तृत रिपोर्ट के अनुसार, “यह स्पष्ट है कि सुबोध कुमार द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण 2025 में नाम हटाने का लगाया गया आरोप निराधार और असत्य है. भविष्य में यदि वे फॉर्म-6 और आवश्यक घोषणापत्र प्रस्तुत करेंगे तो नियमानुसार उनका नाम शामिल किया जाएगा.”

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यह पहला मौका नहीं है, जब आयोग ने राहुल गांधी के “वोट चोरी” वाले दावे का खंडन किया हो. इससे पहले औरंगाबाद में राहुल ने एक महिला रंजू देवी का मामला उठाया था, यह कहते हुए कि उनका और उनके परिवार का नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है.

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बाद में चुनाव आयोग ने रंजू देवी का एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने खुद कहा कि उनका और उनके परिवार का नाम मतदाता सूची में दर्ज है. रंजू देवी ने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने उन्हें गुमराह किया और कहा कि उनका नाम हटा दिया गया है, साथ ही भरोसा दिलाया कि राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव उनसे मुलाकात करेंगे.

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बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने रंजू देवी वाले वीडियो को लेकर राहुल गांधी पर तंज कसा. उन्होंने सोशल मीडिया पर व्यंग्य में लिखा- खड़ा हूं आज भी वहीं… जहां मेरा झूठ पकड़ाया, सच सामने आया, और मैंने अपना मज़ाक बनवाया… खड़ा हूं आज भी वहीं..

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