महाराष्ट्र में आयोजित सम्मान समारोह में लू लगने से 11 लोगों की मौत

महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने मृतकों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है. जबकि बीमार लोगों के इलाज का खर्च उठाने का भी ऐलान किया गया है. 

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
महाराष्ट्र में आयोजित सम्मान समारोह में लू लगने से 11 लोगों की मौत
महाराष्ट्र में लू लगने से कई लोग हुए बीमार
नई दिल्ली:

नवी मुंबई में रविवार को खुले मैदान में आयोजित किए गए ‘महाराष्ट्र भूषण' पुरस्कार समारोह के दौरान तेज धूप की चपेट में आने के बाद 11 लोगों मौत हो गई. सीएमओ द्वारा विज्ञप्ति जारी किए जाने से पहले महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने नवी मुंबई के एक अस्पताल के बाहर संवाददाताओं से कहा कि अस्पताल में कम से कम 50 लोगों को भर्ती कराया गया था, जिनमें से 24 अभी भी भर्ती हैं जबकि बाकी को प्राथमिक उपचार के बाद वहां से छुट्टी दे दी गई. उन्होंने इन मौतों को ‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण' बताया.

पुलिस अधिकारी ने कहा कि कुछ मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जबकि कुछ अभी भी अस्पतालों में भर्ती हैं और चिकित्सकों की देखरेख में हैं. इस कार्यक्रम का आयोजन नवी मुंबई के खारघर में किया गया था. कार्यक्रम में लाखों की संख्या में लोग पहुंचे थे. इस मौके पर अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण से सम्मानित किया गया. दोपहर में आयोजित किए जाने की वजह से गर्मी काफी ज्यादा थी. इसी दौरान लोगों की तबीयत खराब हुई. बता दें कि इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पुरस्कार वितरण किया. 

सीएम शिंदे ने किया मुआवजे का ऐलान

मिल रही जानकारी के अनुसार जिन 11 लोगों की मौत हुई है, वह लू लगने से बीमार हुए थे. सीएम शिंदे कार्यक्रम के बाद अस्पताल भी गए जहां अन्य बीमार लोगों को उपचार के लिए भर्ती कराया गया था. सीएम शिंदे ने मृतकों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है. जबकि बीमार लोगों के इलाज का खर्च उठाने का भी ऐलान किया गया है. 

Advertisement

24 लोगों को अभी भी उपचार जारी

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस कार्यक्रम के दौरान बीमार हुए 50 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इनमें से 26 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है. जबकि 24 लोगों का अब भी इलाज चल रहा है. 

Advertisement

Featured Video Of The Day
India-Pakistan Tension: Operation Sindoor पर Indian Army ने क्या कुछ बताया?