बिहार के मोतिहारी में जहरीली शराब पीने से अब तक 20 लोगों की मौत की खबर है. वहीं कई अन्य बीमार हैं जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. जानकारी के मुताबिक मोतिहारी में एक टैंकर जहरीली शराब बाहर से शराब माफियाओं के द्वारा मंगवाई गई थी. उसी जहरीली शराब को विभिन्न थाना क्षेत्रों में कारोबारियों के द्वारा लोकल कारोबारियों को भेजा गया और उसी शराब को पीने से तुरकौलिया,पहाड़पुर,हरसिद्धि और सुगौली थाना क्षेत्रों में लोगो की मौत हुई है.
घटना को लेकर मोतिहारी के सिविल सर्जन अंजनी कुमार ने बताया है कि पूरे मामले पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही घटना की पूरी जानकारी साफ होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि कई जगहों पर टीम भेजी गई है. रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ भी कहा जा सकता है.
बीजेपी नेता राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को वीडियो ट्वीट कर घटना को लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सरकार को इस मुद्दे पर अविलंब सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि इलाज की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई है. सरकार की तरफ से मौत के आंकड़ो को छिपाया जा रहा है.
बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने घटना को लेकर राज्य सरकार और नीतीश कुमार पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट किया है कि बिहार में लोग लगातार जहरीली शराब से मर रहे हैं और मुख्यमंत्री जी देश में विपक्षी एकता में व्यस्त हैं. मुख्यमंत्री जी ने न तो बिहार संभल रहा है और न ही उनकी ईच्छा है. वह केवल दिवास्वप्न देखने में व्यस्त हैं जो बहुत जल्द ही टूटने वाला है.
बिहार में जहरीली शराब से लगातार हो रही है मौत
बिहार में हाल के दिनों में लगातार शराब से मौत हुई है. जिसे लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच कई बार टकराव भी देखने को मिले थे. सारण जिले में पिछले साल जहरीली शराब के सेवन से 40 लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद एनएचआरसी ने घटना के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया था. दावा किया गया था कि घटना में 70 लोगों की मौत हुई थी लेकिन प्रशासन ने आंकड़ों को छिपा लिया था.
नीतीश कुमार के बयान पर हुआ था हंगामा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहरीली शराब पीकर मरने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजा देने से इनकार करते हुए कहा था कि "जो पिएगा, वह मरेगा ही". मुख्यमंत्री के बयान का विपक्षी दलों ने जमकर विरोध किया था और घटना के लिए प्रशासन की विफलता को जिम्मेदार ठहराया था.