मिस्र ने भारत से हल्के लड़ाकू विमान तेजस, रडार, सैन्य हेलीकॉप्टर समेत अन्य सैन्य साजो सामान खरीदने में अपनी रुचि दिखाई है. दोनों देशों ने उभरते क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य के सामने समग्र रक्षा जुड़ाव को बढ़ाने का बुधवार को संकल्प लिया. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सिसी के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान मिस्र के पक्ष ने भारतीय सैन्य साजो सामान को प्राप्त करने की अपनी उत्सुकता व्यक्त की.
अल-सिसी (68) मंगलवार को तीन दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे. वह बृहस्पतिवार को गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे. सूत्रों ने कहा कि मिस्र पहले ही तेजस की खरीद पर भारत के साथ प्रारंभिक बातचीत कर चुका है. पता चला है कि मिस्र का पक्ष भारत से आकाश मिसाइल और स्मार्ट एंटी-एयरफील्ड सिस्टम खरीदने पर भी विचार कर रहा है.अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, अर्जेंटीना और फिलीपीन भी उन देशों में शामिल हैं, जिन्होंने भारत के तेजस लड़ाकू विमान में रुचि दिखाई है.
मोदी और अल-सिसी ने वार्ता में भारत-मिस्र द्विपक्षीय सहयोग को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने का फैसला किया. विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने द्विपक्षीय संबंधों को सामरिक गठजोड़ के स्तर पर ले जाने के निर्णय के बारे में कहा कि इस संबंध में सहयोग के चार स्तम्भों पर जोर होगा जिसमें राजनीति और सुरक्षा, आर्थिक सम्पर्क, वैज्ञानिक एवं आर्थिक गठजोड़ तथा संस्कृति एवं लोगों के बीच सम्पर्क शमिल है. पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच समग्र रक्षा संबंध प्रगाढ़ हुए हैं. पिछले साल जुलाई में, भारतीय वायु सेना ने मिस्र में तीन एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान और दो सी-17 परिवहन विमानों के साथ एक महीने के सामरिक नेतृत्व कार्यक्रम में भाग लिया.
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