असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को कहा कि दीमा हसाओ जिले में एक कोयला खदान के अंदर नौ श्रमिकों के फंसने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. शर्मा ने कहा कि यह खदान ‘‘अवैध प्रतीत होती है''. उन्होंने यह भी बताया कि उमरंगसो क्षेत्र में सोमवार को हुई घटना के संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है. जिले के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार से बचाव कार्य जारी है लेकिन अब तक किसी भी श्रमिक को खदान से बाहर नहीं निकाला जा सका है.
उन्होंने कहा, “प्रथम दृष्टया यह अवैध खदान प्रतीत होती है. मामले के संबंध में पुनीश नुनिसा नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.” शर्मा ने कहा कि खदान में फंसे नौ मजदूरों को बचाने में स्थानीय अधिकारियों की मदद के लिए नौसेना के गोताखोरों को बुलाया गया है क्योंकि खदान के अंदर पानी का स्तर करीब 100 फुट तक बढ़ गया है. उन्होंने बताया कि गोताखोर विशाखापत्तनम से आ रहे हैं और उनके शीघ्र ही पहुंचने की उम्मीद है.
मुख्यमंत्री ‘एक्स' पर बताया,‘‘बचाव अभियान में सहायता के लिए नौसेना के गोताखोरों को बुलाया गया है. तैनात टीम के आकलन के अनुसार खदान के अंदर पानी का स्तर लगभग 100 फुट तक बढ़ गया है. गोताखोर विशाखापत्तनम से आ रहे हैं और उनके जल्द ही पहुंचने की उम्मीद है.''
एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि नौ मजदूरों को निकालने के लिए सेना के जवानों को लगाया गया है तथा आवश्यक उपकरणों से लैस गोताखोरों और ‘सैपर्स' सहित विशेषज्ञों का एक राहत कार्य बल उमरांगसो में घटनास्थल पर पहुंच गया है. उन्होंने बताया कि सेना और असम राइफल्स का एक कार्य दल श्रमिकों को बचाने के कार्य में जुट गया है.
- एक अन्य अधिकारी ने कहा कि फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए सभी प्रयास असैन्य प्रशासन के साथ मिलकर किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने बचाव कार्यों में मदद के लिए सेना को धन्यवाद दिया.
- मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘इस त्वरित प्रतिक्रिया के लिए बहुत-बहुत आभार. हम अपने श्रमिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं.''
- कोयला खदान में फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए एनडीआरएफ और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के जवान भी घटनास्थल पर मौजूद हैं. एक अधिकारी ने बताया कि पानी को बाहर निकालने के लिए दो मशीनें भी लगाई गईं हैं.
- उमरंगसो में स्थित असम कोयला खदान में अचानक पानी भर जाने के कारण सोमवार से ही नौ मजदूर अंदर फंसे हुए हैं. खदान के कर्मचारियों के अनुसार, खदान के अंदर लगभग 15 श्रमिक थे. हालांकि अधिकारियों ने संख्या की पुष्टि नहीं की.
मुख्यमंत्री के मुताबिक गंगा बहादुर श्रेथ, हुसैन अली, जाकिर हुसैन, सरपा बर्मन, मुस्तफा शेख, खुशी मोहन राय, संजीत सरकार, लिजान मगर और सरत गोयारी नामक मजदूर खदान में फंसे हैं.