गेमिंग एप से लेकर क्रिप्टो अकाउंट तक... ED ने चीन की बड़ी साजिश का किया पर्दाफाश, चीनी नागरिकों के जब्त किए 25 करोड़

ED की अभी तक की जांच में पता चला है कि इस गेमिंग एप से कई चीनी नागरिक जुड़े हुए थे. इन लोगों पर आरोप है कि उन्होंने भारत से 400 करोड़ रुपये चीन पहुंचाया है. ED फिलहाल इस पूरे मनी ट्रेल की जांच कर रही है.

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ईडी ने चीनी नागरिकों के खिलाफ की बड़ी कार्रवाई

नई दिल्ली:

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक ऑनलाइन गेमिंग एप के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 25 करोड़ रुपये की रकम को फ्रीज कर दिया है.जिस गेमिंग एप के खिलाफ ये कार्रवाई की गई है उसका नाम FIEWIN है. ED ने ऑनलाइन गेमिंग एप FIEWIN में चीनी नागरिकों के क्रिप्टो अकाउंट को भी फ्रीज किया है. आरोप है कि ये एप भारत विरोधी गतिविधियों में लंबे समय से लिप्त रहा है. ED की जांच में पता चला है कि इस गेमिंग एप के जरिए भारत से 400 करोड़ रुपये चीन पहुंचाया गया है. ED फिलहाल मनी लॉन्ड्रिंग के इस ट्रेल का भी पता लगा रही है.  

कोलकाता में कई जगहों पर की गई थी छापेमारी

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही ED ने इस गेमिंग एप के खिलाफ देश मे कई जगहों पर छापेमारी की थी. उस दौरान ईडी ने कई भारतीय नागरिकों को भी गिरफ्तार किया था.उस दारौन आरोपियों से पूछताछ के दौरान ये खुलासा हुआ था कि कैसे इस गेमिंग एप के जरिये भारत का 400 करोड़ चाइना पहुंचाया गया है. ED ने इस एप के जरिए ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग धोखाधड़ी को लेकर चार लोगों को गिरफ्तार किया है. खास बात ये है कि इस मामले में पहले कोलकाता के कोसीपोर पुलिस स्टेशन में ऑनलाइन गेमिंग ऐप "FIEWIN" के जरिए धोखाधड़ी और साजिश के मामले में आईपीसी की धारा 420, 406 और 120B के तहत 16 मई 2023 को केस दर्ज हुआ था.

भारतीय नागरिकों की मदद से चल रहा था ये एप

अब ईडी ने पीएमएलए के तहत जांच में पाया कि चीनी नागरिक भारतीय नागरिकों की मदद ये एप चला रहे हैं.इस ऐप के जरिए ऑनलाइन गेमर्स से इकठ्ठा किए गए पैसे कई लोगों (जिन्हें रिचार्ज व्यक्ति कहा जाता है) के बैंक खातों में किए गए.इसके बदले एप मालिक रिचार्ज को कमीशन देते थे.जांच में पता चला कि अरुण साहू और आलोक साहू, जो उड़ीसा के राउरकेला के रहने वाले हैं ,उन लोगों ने रिचार्ज कराने वाले शख्स के तौर पर काम किया था.ऐप से उनके बैंक खातों में जो पैसे आए उसे क्रिप्टो करेंसी में बदल किया गया था.उन्होंने इस ऐप से कमाई क्रिप्टो करेंसी को विदेशी क्रिप्टो एक्सचेंज बिनेंस पर चीनी नागरिकों के वॉलेट में जमा और लॉन्डर किया.

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इंजीनियर चेतन ने की थी मदद

बिहार के पटना स्थित एक इंजीनियर चेतन प्रकाश ने रुपए को क्रिप्टो करेंसी (USDT) में बदलने में ऐसे लोगों की मदद करके मनी लॉन्ड्रिंग में अहम भूमिका निभाई. जोसेफ स्टालिन नामक एक अन्य शख्स ने गांसु प्रांत के पाई पेंग्युन नामक चीनी नागरिक को अपनी कंपनी स्टूडियो 21 प्राइवेट लिमिटेड का सह-निदेशक बनने में मदद की ,जोसेफ चेन्नई का रहने वाला है और सॉफ्टवेयर इंजीनियर है.

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पाई पेंग्युन ने एप से जुड़े बड़े पेमेंट लिए स्टूडियो 21 प्राइवेट लिमिटेड के बैंक खाते का इस्तेमाल किया.जिससे उन्हें शुरुआत में गेमर्स का विश्वास हासिल करने में मदद मिली और ऐप यूजर्स को बड़े दांव लगाने के लिए उन्हें प्रेरित किया.फिर पेमेंट का पैसा जोसेफ स्टालिन के चीनी संचालकों द्वारा नियंत्रित वॉलेट से अपने बिनेंस खाते में क्रिप्टो करेंसी के रूप में लिया गया.बदले में उन्होंने बिनेंस पर पी2पी मोड के जरिए क्रिप्टो बेचकर यूएसडीटी क्रिप्टो करेंसी को रुपए में बदल लिया. 

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ईडी की अब तक की जांच से पता चला है कि इस ऐप आधारित धोखाधड़ी से करीब 400 करोड़ रुपये की गई है और ये पैसा चीनी नागरिकों के नाम पर 8 बिनेंस वॉलेट में जमा किया गया था.जैसा कि एक्सेस आईपी लॉग से पता चला है, ये वॉलेट चीन से चलाए जा रहे थे. चीनी नागरिक टेलीग्राम पर अरुण साहू, आलोक साहू, चेतन प्रकाश, जोसेफ स्टालिन से बात करते थे और इस घोटाले में इस चारों की सक्रिय भूमिका है. इन सभी 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. 

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