- प्रवर्तन निदेशालय टीम ने बिहार और अन्य राज्यों में अवैध शराब सप्लाई के सात ठिकानों पर छापेमारी की.
- छापेमारी में 75.6 लाख रुपये नकद, डिजिटल उपकरण, दस्तावेज़ और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है.
- सुनील भारद्वाज और अन्य के खिलाफ बिहार पुलिस द्वारा दर्ज कई FIR और चार्जशीट के आधार पर जांच शुरू हुई थी.
पटना जोनल ऑफिस की प्रवर्तन निदेशालय टीम ने बिहार में अवैध शराब सप्लाई के मामले में गुरुग्राम, रांची, नाहरलागुन, नामसाई और मुज़फ्फरपुर में 7 ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान टीम को 75.6 लाख रुपये कैश, कई अहम दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस और अन्य आपत्तिजनक सामग्री मिली, जिन्हें जब्त कर लिया गया.
ED की जांच कई FIR और चार्जशीट के आधार पर शुरू हुई थी, जो बिहार पुलिस ने सुनील भारद्वाज और अन्य के खिलाफ दर्ज की थी. आरोप है कि सुनील भारद्वाज हिमाचल प्रदेश के सोलन में Kala AMB Brewery and Distillery Pvt Ltd चलाता है और अरुणाचल प्रदेश के दोरजी फुंतसो ख्रिमे के साथ मिलकर कई फर्जी कंपनियां बनाई. इन कंपनियों के जरिए अरुणाचल प्रदेश में डिस्टिलरी यूनिट और शराब की दुकानें खोलने का लाइसेंस लिया गया, ताकि वहां के लिए बनी शराब को गैरकानूनी तरीके से बिहार और अन्य राज्यों में सप्लाई किया जा सके.
जांच में यह भी सामने आया कि इन कंपनियों के जरिए कई बैंक अकाउंट खोले गए, जिनमें बिहार में बेची गई अवैध शराब के खरीदारों से पैसे आते थे. इसी रास्ते "ग़ैरक़ानूनी कमाई" यानी Proceeds of Crime बनाई जा रही थी. इस मामले में ED पहले ही 9.31 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर चुकी है (05 दिसंबर 2023) और 19 मई 2025 को अदालत में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है.
ताज़ा छापेमारी में ED को हाथ से लिखी डायरियां, लेज़र बुक, टैली अकाउंट्स, प्रॉपर्टी के कागज़ और भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई है. फिलहाल मामले की आगे जांच जारी है.