- ईडी ने विधायक सतीश कृष्णा सैल से जुड़े गैरकानूनी आयरन अयस्क निर्यात मामले में छापेमारी की है.
- ईडी की बेंगलुरु जोनल टीम ने कर्नाटक, गोवा, मुंबई और नई दिल्ली में एक साथ छापेमारी की है.
- सतीश पर कुछ कंपनियों और पोर्ट अफसरों से मिलकर लाखों मीट्रिक टन लौह अयस्क के निर्यात का आरोप है.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गैरकानूनी आयरन अयस्क निर्यात मामले में बड़ी कार्रवाई की है. विधायक सतीश कृष्णा सैल से जुड़े मामले में ईडी की बेंगलुरु जोनल टीम ने कर्नाटक, गोवा, मुंबई और नई दिल्ली में एक साथ छापेमारी की. यह छापेमारी कार्रवाई धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA) में चल रही जांच के तहत की गई है. इस दौरान 6.75 किलो गोल्ड, भारी मात्रा में नकदी समेत अहम दस्तावेज़ जब्त किए गए हैं.
यह मामला कर्नाटक की कारवार विधानसभा सीट के कांग्रेस पार्टी के विधायक सतीश कृष्णा सैल उर्फ सतीश सैल और उनसे संबंधित कई कारोबार व कंपनियों से जुड़ा है. इनमें अशापुरा माइनकेम लिमिटेड, श्री लाल महल लिमिटेड, स्वस्तिक स्टील्स (होस्पेट) प्राइवेट लिमिटेड, ILC इंडस्ट्रीज लिमिटेड और श्री लक्ष्मी वेंकटेश्वरा मिनरल्स लिमिटेड शामिल हैं. इन सभी को बेंगलुरु की एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट पहले ही गैरकानूनी आयरन अयस्क निर्यात के मामले में दोषी ठहरा चुकी है.
ED की जांच में सामने आया कि सतीश सैल ने कुछ कंपनियों और बेलेकेरी पोर्ट अधिकारियों के साथ मिलकर 19 अप्रैल 2010 से 10 जून 2010 के बीच करीब 1.25 लाख मीट्रिक टन लौह अयस्क (Iron Ore Fines) का अवैध रूप से निर्यात किया. खास बात यह है कि यह माल पहले से अंकोला वन विभाग के ज़ब्ती आदेश में दर्ज था. इस गैरकानूनी निर्यात की कीमत 86.78 करोड़ रुपये आंकी गई थी.
अब कर्नाटक, गोवा, मुंबई और नई दिल्ली में ईडी की छापेमारी में 6.75 किलो गोल्ड, भारी मात्रा में नकदी, कई अहम दस्तावेज़, ईमेल और रिकॉर्ड्स जब्त किए गए हैं. ED का कहना है कि मामले में आगे की जांच जारी है.
छापेमारी के दौरान सतीश सैल के घर से 1.41 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए. श्री लाल महल लिमिटेड के दफ़्तर से 27 लाख रुपये नकद बरामद हुए. सैल परिवार के बैंक लॉकर से 6.75 किलो सोना जब्त किया गया. यह गोल्ड जेवर और बिस्कुट के रूप में है. इसके अलावा सतीश सैल और उनकी कंपनियों के बैंक खातों में जमा 14.13 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए गए हैं.