J&K में सब इंस्पेक्टर परीक्षा पेपर लीक का मास्टरमाइंड यतिन यादव गिरफ्तार, NEET-NET से जुड़े नेटवर्क की तलाश

परीक्षा होने के बाद परीक्षार्थियों से या तो कैश के जरिए या फिर बैंक अकाउंट में पैसा मंगाया गया और इसमें कई बिचौलिए भी शामिल थे. ईडी ने यतिन यादव की करीब 1 करोड़ की चल संपति को अटैच किया है.

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नई दिल्ली:

प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने जम्मू-कश्मीर में सब इंस्पेक्टर की परीक्षा का पेपर लीक करने के मास्टरमाइंड यतिन यादव को गिरफ्तार किया है. जम्मू-कश्मीर एसएसबी ने 27 मार्च 2022 को सब इंस्पेक्टर की परीक्षा आयोजित कराई थी. ईडी सूत्रों के मुताबिक इस बात की जांच की जा रही है कि कहीं यतिन का नेटवर्क, नेट (NET) या नीट (NEET) एग्जाम पेपर लीक मामले से भी तो नहीं जुड़ा है.

ईडी ने इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर और चार्जशीट के आधार पर शुरू की है, जिसमें यतिन यादव समेत कई और आरोपी हैं. ईडी के मुताबिक यतिन यादव इस पेपर लीक का किंगपिन है और उसने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में अपने सिंडिकेट के जरिए कैंडिडेट से संपर्क किया और उनको 15 से 30 लाख रुपये में पेपर बेचा.

परीक्षा होने के बाद परीक्षार्थियों से या तो कैश के जरिए या फिर बैंक अकाउंट में पैसा मंगाया गया और इसमें कई बिचौलिए भी शामिल थे. ईडी ने यतिन यादव की करीब 1 करोड़ की चल संपति को अटैच किया है, इसमें उसकी कंपनी न्यू ग्लोबल फुमिगेशन कॉरपोरेशन भी शामिल है.

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सीबीआई ने बिहार, गुजरात के गोदरा और राजस्थान सहित पांच राज्यों में नीट एग्जाम में हुई गड़बड़ी से जुड़े केस टेकओवर किए हैं. सीबीआई ने सभी केस की फाइल राज्य पुलिस से लेकर जांच शुरू की है. इन पांच राज्यों में प्रमुख है एग्जाम लीकेज कॉन्सपिरेसी मॉड्यूल जो बिहार का केस है.

गोदरा और राजस्थान के जो केस हैं, वो केंडिडेट की जगह किसी और को एग्जाम दिलवाने (यानी प्रॉक्सी कैंडिडेट) या चीटिंग कराने के मामले हैं. सभी केस की जांच अब सीबीआई करेगी.

इसको लेकर बिहार में CBI और EOU के अधिकारियों के बीच सात घंटे तक बैठक हुई. ADG नैयर हसनैन खान और DIG मानवजीत सिंह ढिल्लों के साथ दिल्ली से आए CBI के अधिकारियों और पटना CBI के अधिकारियों ने मीटिंग की. इस दौरान NEET पेपर लीक से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा की गई. 

EOU ने मीटिंग के बाद सीबीआई को FIR की कॉपी के साथ अनुसंधान से जुड़े कुल 167 पेज के दस्तावेज की फोटो कॉपी दी. अब इन्हीं दस्तावेज और अब तक की हुई पटना पुलिस और EOU की जांच की थियोरी के आकलन के बाद CBI अपने स्तर से आगे सबूत जुटाएगी.

जांच में सामने आया है कि UGC- NET मामले में जब्त 9 मोबाइल फोन के टेलीग्राम एप का डेटा डिलीट किया गया है. पेपर लीक की ख़बर आने के बाद जब NET का एग्जाम कैंसिल हुआ, उसके बाद जब्त कुल 9 मोबाइल फोन से डेटा डिलीट पाया गया. डेटा रिट्रीव करने के लिए CFSL की मदद ली जा रही है.

आज कुशीनगर के जिस छात्र निखिल को CBI ने पूछताछ के लिए बुलाया था, उससे 6 घंटे पूछताछ करने के बाद उसे छोड़ दिया गया. हालांकि उसे दोबारा बुलाया जा सकता है. इसकी पुष्टि हुई है कि पेपर डार्क नेट के ज़रिए बेचा जा रहा था.

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