प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. एजेंसी ने शुक्रवार को इसी मामले में दो और लोगों को अरेस्ट किया है. सीबीआई ने अंकुश, वैभव जैन और अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. अंकुश और वैभव जैन दोनों से बार-बार पूछताछ हो रही है. जब 6 जून को छापेमारी की गई तब ईडी ने कुल 2.35 करोड़ रुपये, लगभग 133 सोने के सिक्के जब्त किए थे. शेल कंपनियों में सक्रिय भूमिका निभाई. इन पर आरोप है कि इन्होंने शेल कंपनियों में सक्रिय भूमिका निभाई. नकद ले जाना और हवाला संचालकों को देना, जिन्होंने तब जैन की पांच कंपनियों में निवेश किया था. इन कंपनियों ने दिल्ली के बाहरी इलाके में 23.8 करोड़ रुपये की 200 बीघा जमीन खरीदी थी.
बता दें कि सत्येंद्र जैन की न्यायिक हिरासत सोमवार को यहां की एक अदालत ने दो सप्ताह के लिए बढ़ा दी. विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने यह आदेश ईडी की याचिका पर दिया जिसमें जैन की हिरासत अवधि बढ़ाने का आग्रह किया गया था. इससे पहले दिन के दौरान, न्यायाधीश ने यह कहते हुए याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया कि कार्यवाही के दौरान न तो जैन और न ही उनका प्रतिनिधित्व करने वाला कोई वकील अदालत के समक्ष मौजूद है. जैन के अस्पताल में भर्ती होने के बारे में बताए जाने के बाद, अदालत ने ईडी को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दिन में बाद में जैन की उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. न्यायाधीश ने एजेंसी की याचिका पर दलीलें सुनीं और जैन की न्यायिक हिरासत 14 दिन के लिए बढ़ा दी.
ईडी ने 57 वर्षीय जैन को कथित धनशोधन मामले में 30 मई को धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया था. ऑक्सीजन का स्तर गिरने के बाद उन्हें पिछले हफ्ते शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.