Easter 2022: आज दुनिया भर में ईस्टर का त्योहार मनाया जा रहा है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी हैं. प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई है कि समाज में खुशी और भाईचारे की भावना मजबूत होगी. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, “शुभ ईस्टर इस मौके पर हम ईसा मसीह के विचारों और उपदेशों को याद करते हैं, जिनमें सामाजिक न्याय और करुणा पर जोर था. हमारे समाज में खुशी और भाईचारे की भावना प्रगाढ़ हो.”
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ईस्टर की पूर्व संध्या पर शनिवार को नागरिकों को शुभकामनाएं दी और कामना की कि यह उत्सव एकता की भावना को फिर से जगाए और राष्ट्र की समृद्धि एवं कुशलक्षेम की प्रतिबद्धता को मजबूत करें. राष्ट्रपति ने एक संदेश में कहा, ‘‘ईस्टर के पावन अवसर पर मैं सभी नागरिकों, खासतौर से भारत और विदेश में रह रहे ईसाई समुदाय को शुभकामनाएं और दिल से बधाई देता हूं.'' कोविंद ने कहा कि ईस्टर ईसा मसीह के पुनर्जीवन का जश्न मनाने का अवसर है और यह लोगों को प्रेम, त्याग तथा क्षमा के रास्ते का अनुसरण करने के लिए प्रेरित करता है.
जानें क्यों मनाया जाता है ईस्टर?
ईस्टर का त्योहार पूरे विश्व में मनाया जाता है. ईसाई धर्म में मान्यता है कि ईसा मसीह इस दिन पुन: जीवित हुए थे. दुनियाभर में ईसाई समुदाय पूरे उत्साह और श्रद्धा-भाव के साथ ईस्टर मनाते हैं. क्रिसमस के बाद ईस्टर को ईसाई धर्म का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है. जैसा कि बाइबिल में उल्लेख किया गया है, क्राइस्ट को गुड फ्राइडे के दिन सूली पर चढ़ाया गया था और गुड फ्राइडे के तीसरे दिन ईसाह मसीह दोबारा जीवित हो गए थे. जीवित होने के बाद ईसाह मसीह 40 दिनों तक इस दुनिया में रहे थे. इस अवसर पर लोग अपने प्रियजनों के साथ ईस्टर टोकरियां और विशेष उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं.
Video : रूसी हमले के बाद यूक्रेन के बोरोदियांका शहर में तबाही का मंजर, उमाशंकर सिंह की रिपोर्ट