- स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती की डर्टी व्हाट्सएप चैट से युवती छात्राओं के यौन शोषण के गंभीर आरोप सामने आए हैं.
- चैतन्यानंद ने अपनी नापाक हरकतों को छिपाने के लिए तीन सगी बहनों को अपना मैनेजर बना रखा था.
- आरोपी ने दुबई शेख के लिए सेक्स पार्टनर खोजने की कोशिश की और छात्राओं को आपत्तिजनक शब्दों से संबोधित किया.
बाबा चैतन्यानंद सरस्वती की गिरफ्तारी के बाद उसके डर्टी व्हाट्सएप चैट से एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. इन चैट से पता चलता है कि वह कथित तौर पर युवा महिला छात्रों का यौन शोषण करता था. सबसे ज़्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती ने अपनी इन नापाक हरकतों को अंजाम देने और छिपाने के लिए तीन सगी बहनों को अपना 'डर्टी मैनेजर' बना रखा था. ये तीनों बहनें बाबा के 'सीक्रेट गेम' को मैनेज किया करती थीं.
चैतन्यानंद की चैट का खुलासा: 'दुबई शेख' के लिए पार्टनर ढूंढने की कोशिश
बाबा चैतन्यानंद सरस्वती की डर्टी चैट्स में से एक सबसे चौंकाने वाली बातचीत सामने आई है, जिसमें वह कथित तौर पर एक "दुबई शेख" के लिए सेक्स पार्टनर की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहा था.
चैतन्यानंद की एक छात्रा के साथ हुई बातचीत
- दिल्ली बाबा : एक दुबई शेख सेक्स पार्टनर चाहता है, क्या तुम्हारा कोई अच्छा दोस्त है?
- पीड़िता : कोई नहीं है
- दिल्ली बाबा : यह कैसे मुमकिन है
- पीड़िता : मुझे नहीं पता
- दिल्ली बाबा : तुम्हारा कोई क्लासमेट है या जूनियर
इसके अलावा, अन्य चैट में भी चैतन्यानंद का आपत्तिजनक व्यवहार सामने आया है. वह एक पीड़िता को (यह स्पष्ट नहीं है कि यह वही महिला है) बच्चों को बहलाने-फुसलाने वाले शब्दों जैसे कि "प्यारी बच्ची, बेटी गुड़िया" से संबोधित करता था. वह दिन भर और देर रात तक उसे संदेश भेजता था, जो उनके कथित शोषण की प्रवृत्ति को और उजागर करता है.
- चैतन्यानंद: बेबी (शाम 7:49 बजे)
- चैतन्यानंद: बेबी तुम कहां हो? (रात 11:59 बजे)
- चैतन्यानंद: गुड मॉर्निंग बेबी (दोपहर 12:40 बजे)
- चैतन्यानंद: तुम मुझसे नाराज क्यों हो? (दोपहर 12:41 बजे)
- चैतन्यानंद: शुभ संध्या मेरी सबसे प्यारी बच्ची गुड़िया
- पीड़िता: आज दोपहर सर, शुभ दोपहर क्या आपने कुछ खाया सर
- चैतन्यानंद: क्या तुम मेरे साथ नहीं सोओगी
आगरा में सनसनीखेज गिरफ्तारी
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही पुलिस ने बाबा चैतन्यानंद को आगरा के ताजगंज इलाके में रविवार तड़के 3:30 बजे एक होटल से गिरफ्तार कर लिया गया था. पुलिस के अनुसार, वह पिछले दो महीनों से मथुरा, वृंदावन और आगरा के बीच भटकते हुए छोटे होटलों में छिपा हुआ था. पकड़े जाने से बचने के लिए वह टैक्सियों का सहारा लेता था.
27 सितंबर को "पार्थ सारथी" नाम से आगरा के एक होटल में ठहरने वाला आरोपी कमरा नंबर 101 में रुका हुआ था. होटल कर्मचारियों ने बताया कि गिरफ्तारी के समय तक वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकला था. गिरफ्तारी के बाद चैतन्यानंद को पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस का मानना है कि पूछताछ के दौरान उसका सामना संस्थान की तीन महिला सहयोगियों से कराया जाएगा, जो कथित रूप से छात्राओं को धमकाने और आपत्तिजनक संदेशों को मिटाने में उसकी मदद कर रही थीं.
जब्त सामान और फर्जीवाड़ा का खुलासा
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से एक आईपैड और तीन मोबाइल फोन बरामद किए, जिनमें से एक फोन से संस्थान के सीसीटीवी कैमरों और छात्रावास परिसर तक रिमोट एक्सेस संभव था. इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद में "स्थायी राजदूत" और ब्रिक्स के लिए "विशेष दूत" के नाम वाले फर्जी विजिटिंग कार्ड भी मिले.
आरोपी के पास दो पासपोर्ट जैसे दस्तावेज भी जब्त किए गए—एक "स्वामी पार्थ सारथी" और दूसरा "स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती" के नाम से. इनमें जन्मस्थान और माता-पिता के विवरण में गड़बड़ था. पुलिस ने कुल 8 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त कर ली है. जांच में सामने आया कि अगस्त में एफआईआर दर्ज होने के बाद चैतन्यानंद ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए 50 लाख रुपये से अधिक की राशि निकाल ली थी.