कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख अधीर रंजन चौधरी के लोकसभा क्षेत्र बहरमपुर में अज्ञात युवकों के एक समूह ने शनिवार को उनकी कार रोक ली और ‘‘वापस जाओ'' नारे लगाए. इस निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे चौधरी ने तृणमूल कांग्रेस को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि यह परंपरा राज्य में सत्तारूढ़ दल ने पिछले साल नगर निकाय चुनावों में शुरू की थी.
अधीर रंजन चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह और कुछ और नहीं बल्कि मुझे रोकने की एक चाल है. इसके पीछे स्थानीय तृणमूल का हाथ है. वे चाहते हैं कि लोग कांग्रेस पार्टी के लिए काम न करें. उन्होंने पिछले साल नगर निकाय चुनाव के दौरान भी ऐसा ही किया था.''
लोकसभा में कांग्रेस के नेता ने दावा किया कि शराब के नशे में युवकों का एक समूह उस वक्त उनके वाहन के आगे आ गया, जब वह दोपहर में चुनाव प्रचार कर घर लौट रहे थे. उन्होंने कहा, ‘‘वे नारे लगा रहे थे : वापस जाओ, वापस जाओ!! मैं रुका और उनसे पूछा कि उनकी क्या शिकायतें हैं. शुरू में, केवल एक व्यक्ति वहां था, लेकिन फिर कई लोग आ गए. मुझे एहसास हुआ कि यह तृणमूल द्वारा आयोजित किया गया था. लेकिन वे मुझे इस तरह से नहीं रोक पाएंगे.''
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उन्होंने इस विषय की सूचना जिले के पुलिस अधीक्षक को दी है और हस्तक्षेप का अनुरोध किया है. तृणमूल ने पूर्व क्रिकेटर युसूफ पठान को चौधरी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा है, जो 1999 से इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
तृणमूल ने कांग्रेस नेता के आरोपों का जवाब दिया और आरोप लगाया कि चौधरी द्वारा "गुंडागर्दी का सरासर प्रदर्शन" था. उन्होंने कहा, "बहरामपुर में आपकी गुंडागर्दी पर किसी का ध्यान नहीं जाएगा. चुनाव हारने का डर आपके कार्यों से स्पष्ट है. लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं को डराने के लिए बाहुबल का उपयोग करने से आपको किसी भी तरह से मदद नहीं मिलेगी!"
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