डीआरडीओ और नौसेना ने मिलकर मानव रहित हवाई विमान तपस का सफलतापूर्वक परीक्षण किया

तपस 30 हजार फीट की ऊंचाई पर 24 घंटे उड़ान भर सकता है और अपने साथ 350 किलो तक पेलोड ले जा सकता है. इस यूएवी की इजरायल के हेरॉन यूएवी से तुलना की जा रही है.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
तपस ने सुबह 7 बजकर 35 मिनट पर कारवाड़ नेवल बेस से 285 किलोमीटर दूर चित्रदुर्गा के एरोनॉटिकल टेस्ट रेंज से उड़ान भरी.
नई दिल्ली:

डीआरडीओ और नौसेना ने मिलकर एक मानव रहित हवाई विमान तपस का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. नौसेना के कारवाड़ नेवल बेस से 148 किलोमीटर दूर आईएनएस सुभद्रा पर एक दूरस्थ ग्राउंड स्टेशन से तपस यूएवी की कमांड  एंड कंट्रोल की क्षमताओं को ट्रांसफर करने का सफल परीक्षण किया गया.

तपस ने सुबह 7 बजकर 35 मिनट पर कारवाड़ नेवल बेस से 285 किलोमीटर दूर चित्रदुर्गा के एरोनॉटिकल टेस्ट रेंज से उड़ान भरी. इसने 20 हजार फीट की ऊंचाई पर करीब साढ़े तीन घंटे भरी. इस यूएवी को कंट्रोल करने के लिये आईएनएस सुभद्रा में एक ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन और दो शिप डेटा टर्मिनल लगाए गए थे.

सफल परीक्षण के बाद तपस एटीआर लौट आया. यह यूएवी स्वदेशी तकनीक से बना है. इसका इस्तेमाल केवल सीमा पर निगरानी के लिये नहीं, बल्कि हमले के लिये किया जा सकता है. यह 30 हजार फीट की ऊंचाई पर 24 घंटे उड़ान भर सकता है और अपने साथ 350 किलो तक पेलोड ले जा सकता है. इस यूएवी की इजरायल के हेरॉन यूएवी से तुलना की जा रही है.

ये भी पढ़ें :

भारत-अमेरिका मिलकर दुनिया को बना सकते हैं बेहतर: PM मोदी के US दौरे पर बोले राजदूत एरिक गार्सेटी
PM मोदी US तो अमित शाह दिल्ली में करेंगे योग, जानिए 21 जून को कौन मंत्री कहां रहेंगे मौजूद
भारत-अमेरिका के रिश्ते का लैंडमार्क साबित होगा PM मोदी का राजकीय दौरा: भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू

Topics mentioned in this article