संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा 2022 का रिजल्ट जारी कर दिया. आईआईटी हैदराबाद से पढ़ी तेलंगाना की इंजीनियरिंग स्नातक उमा हरित एन ने इस परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल किया है. हालांकि इसके लिए उन्हें पांच प्रयास करने पड़े. उमा हरित ने युवा उम्मीदवारों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि असफल होना भी ठीक है. मैं कई बार असफल हुई. बस खुद पर विश्वास रखें.
इशिता किशोर (एआईआर 1), गरिमा लोहिया (एआईआर 2) और स्मृति मिश्रा (एआईआर 4), दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी स्नातकों के साथ आईआईटी-हैदराबाद स्नातक उमा चार शीर्ष महिलाओं में शामिल हैं.
अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और दोस्तों को देते हुए उन्होंने एनडीटीवी से कहा, "यह मेरा पांचवां प्रयास था. यह एक लंबी प्रक्रिया रही है और यह आसान नहीं था. लेकिन यह एक शानदार यात्रा थी. मैंने अपनी गलतियों से सीखा."
28 वर्षीय उमा ने कहा कि उनके पिता ने उन्हें सिविल सेवाओं के लिए प्रेरित किया. सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री रखने वाली उमा ने कहा, "वह मुझे बताते रहे कि यह एक शानदार मंच है, जहां मैं कुछ सार्थक कर सकती हूं." उन्होंने कहा कि सफलता का कोई एक सूत्र नहीं है और दृढ़ता कुछ हासिल करने की कुंजी है.
उन्होंने कहा कि "प्रक्रिया को अपनाएं, परीक्षा को समझें. रणनीति, अपनी असफलताओं और ऊंच-नीच को स्वीकार करें. बस सब कुछ अपना लें, और इस तरह, भले ही आप परीक्षा को पास न करें, आप इसके लिए तैयार रहेंगे. साथ ही दुनिया का सामना करें," उन्होंने कहा कि छात्रों को उतनी ही पढ़ाई करनी चाहिए जितनी जरूरत हो.
उमा ने कहा, "बहुत अधिक न पढ़ें. बस उतना ही पढ़ें जितना जरूरी हो और खूब अभ्यास करें. यह एक प्रतियोगी परीक्षा है और अभ्यास सब कुछ बनाता है. इसलिए खूब अभ्यास करें, अपनी खुद की रणनीति बनाएं."
इससे पहले दिन में टॉपर इशिता किशोर ने भी सफलता के लिए अपना फॉर्मूला साझा किया. उन्होंने कहा कि, "यदि आपने इतना बड़ा निर्णय लिया है कि आप UPSC को पास करना चाहते हैं तो ईमानदार रहें. ईमानदारी और अनुशासन के बिना, आप UPSC को क्रैक नहीं कर सकते चाहे आप कितने भी बुद्धिमान क्यों न हों."
संघ लोक सेवा आयोग ने कहा है कि 613 पुरुषों और 320 महिलाओं सहित 933 उम्मीदवारों ने परीक्षा उत्तीर्ण की है. टॉप 25 में 14 महिलाएं और 11 पुरुष हैं.
भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और अन्य सेवाओं के अधिकारियों का चयन करने के लिए UPSC परीक्षा हर साल तीन चरणों - प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार में आयोजित की जाती है.
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