भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं वकील जी. देवराजे गौड़ा ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार और चार अन्य मंत्री हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना के आपत्तिजनक वीडियो वाली पेन ड्राइव के प्रसार में कथित तौर पर शामिल थे. देवराजे गौड़ा को यौन उत्पीड़न मामले में गिरफ्तार किया गया था और इस समय वह हिरासत में हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि शिवकुमार ने उन्हें भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘‘बदनाम'' करने और प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े अश्लील वीडियो मामले में जनता दल (सेक्युलर) नेता एच.डी. कुमारस्वामी की छवि खराब करने के लिए 100 करोड़ रुपये की पेशकश की थी.
पुलिस हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद हासन की जिला जेल ले जाते समय पत्रकारों से बात करते हुए देवराजे गौड़ा ने दावा किया, ‘‘पेन ड्राइव मामले में डी के शिवकुमार का हाथ है और इस मामले को संभालने के लिए चार मंत्रियों एन. चालुवरायास्वामी, कृष्णा बायरे गौड़ा, प्रियांक खरगे और एक अन्य मंत्री की एक टीम बनाई गई थी. ऐसा भाजपा, प्रधानमंत्री मोदी और कुमारस्वामी को बदनाम करने के लिए किया गया. मुझे 100 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी.''
देवराजे गौड़ा ने कहा, "मुझे एक बयान देने के लिए कहा गया था कि यह एचडी कुमारस्वामी ही थे जिन्होंने सेक्स वीडियो वाले पेन ड्राइव प्रसारित किए थे (जिसमें कुमारस्वामी के भतीजे प्रज्वल रेवन्ना, पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा के पोते भी शामिल थे) लेकिन यह डीके शिवकुमार ही थे जिन्होंने कार्तिक गौड़ा ने पेन ड्राइव दिया था. कार्तिक गौड़ा ने प्रज्वल रेवन्ना के लिए ड्राइवर के रूप में काम किया और पूरे प्रकरण की योजना बनाई.
देवराजे गौड़ा ने दावा किया, "मेरे पास शिवकुमार की बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग हैं. जेल से बाहर आते ही कांग्रेस सरकार गिर जाएगी. 6 मई को, देवराजे गौड़ा ने दावा किया था कि यौन उत्पीड़न के वीडियो वाली पेन ड्राइव जारी करने के पीछे शिवकुमार का हाथ था.
प्रज्वल रेवन्ना (33) पर महिलाओं के साथ यौन शोषण के कई आरोप हैं.
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