कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सावरकर का जिक्र करते हुए भाजपा और आरएसएस के कार्यकर्ताओं को नफरत नहीं फैलाने की सलाह दी है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि विदेश में रह रहे 1 करोड़ 35 लाख भारतीय में से 68 फीसदी इस्लामी देशों में रहते हैं. उन्होंने कहा कि BJP व संघ के कार्यकर्ताओं जो नफरत आप भारत में मुसलमानों के खिलाफ फैला रहे हो उसका असर उन 90 लाख भारतीय परिवारों पर क्या होता होगा? कभी सोचा?
दिग्विजय सिंह ने बुधवार को एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा है, 'नफ़रत हिंसा का रास्ता है... हिंसा अशांति का रास्ता है. सद्भाव अहिंसा का रास्ता है...अहिंसा शांति का रास्ता है. इसीलिए गांधी जी ने सनातनी परंपरा को अपनाते हुए प्रेम सद्भाव सत्य और अहिंसा का रास्ता चुना. इसीलिये हमारे हिंदू धर्म में हर धार्मिक कार्य शांति पाठ से शुरू होता है.'
वहीं, सावरकर का जिक्र करते हुए एक ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने लिखा है, 'शांति से तरक़्क़ी है... अशांति से बर्बादी है. सावरकर जी ने कहा है, हिंदुत्व का हिंदू धर्म से कोई संबंध नहीं है. समझे? इंसानियत ही हर धर्म का मूल आधार है.'
बता दें, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भाजपा पर अक्सर निशाना साधते रहते हैं. हालही दिग्विजय सिंह ने बयान दिया था कि बीजेपी के लोग कुछ गरीब मुसलमान लड़कों को पैसा देकर खुद ही पत्थर फिंकवाते हैं. दिग्विजय का कहना है कि ऐसी शिकायतें उनके पास आ रही हैं, जिसकी वो जांच कर रहे हैं.
यहां देखें वीडियो :- हम लोग: नफरतों पर लगाम क्यों नहीं?