आपका नाम BJP अध्यक्ष के लिए चल रहा है...जानिए इस सवाल पर क्या बोले शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि उनकी पार्टी उन्हें जो भी भूमिका देगी, वो उसे निभाएंगे. एनडीटीवी कॉन्क्लेव में आए प्रधान से बीजेपी का नया अध्यक्ष बनने की रेस में उनका नाम शामिल होने को लेकर सवाल किया गया था.

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एनडीटीवी एनडीटीवी एजुकेशन कॉनक्लेव में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की शिरकत
नई दिल्ली:

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को एनडीटीवी की ओर से आयोजित एजुकेशनल कॉन्क्लेव में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने तीन भाषा फार्मूला और न्यू एजुकेशन पॉलिसी समेत कई मुद्दों पर खुलकर बात की. इस दौरान जब उनसे  बीजेपी के नए अध्यक्ष की रेस में उनका नाम होने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि नए अध्यक्ष का नाम पार्टी को तय करना है, पार्टी उसे समय पर तय कर लेगी.

बीजेपी के नए अध्यक्ष की रेस में शामिल होने के सवाल पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ''बीजेपी अध्यक्ष का नाम पार्टी को तय करना है, पार्टी अपने समय पर नाम तय कर लेगी.मैं तो अपनी पार्टी का छोटा सा कार्यकर्ता हूं. पार्टी में जिसको जो दायित्व मिलेगा वो उस काम को कर लेगा. पार्टी का नेतृत्व सही समय पर इस पर फैसला कर लेगा.''

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NEET एग्जाम के मुद्दे पर शिक्षा मंत्री ने क्या कहा? 

नीट की परीक्षा में हुई गड़बड़ियों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इस साल जेईई और नीट के एग्जाम सफलतापूर्वक हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछली बार कुछ चुनौतियां आई थीं. कमेटी बनाकर उसका समाधान किया गया. गड़बड़ियों को शून्य के स्तर पर लाने पर भी हम काम कर रहे हैं. शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस बार जेईई में 12 लाख छात्रों ने परीक्षा दी है, जबकि नीट की परीक्षा में इसबार 22 लाख छात्र बैठे हैं.

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तीन भाषा फॉर्मूले का आखिर क्यों हो रहा है विरोध

न्यू एजुकेशन पॉलिसी में त्रिभाषा फार्मूले के विवाद पर पूछे गए सवाल के जवाब में धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राजनीतिक कारणों से तीन राज्य विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं पूरी साफगोई से कह रहा हूं कि विरोध के कारण अलग-अलग हैं. तमिलनाडु, केरल और बंगाल की तरफ से हो रहे विरोध के अलग-अलग कारण हैं. पिछले बार जब संसद चल रही थी मैंने तमाम तथ्य रखे थे. NEP में कहीं भी नहीं कहा गया है कि हिंदी ही भाषा होगी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि वो अपने राज्य के बच्चों को 10 भाषा का ज्ञान देंगे. इंफोसिस से जुड़ी और राज्य सभा सदस्य सुधा मुर्ति ने कहा है कि वो 6 भाषाएं जानती हैं. शिक्षा मंत्री ने कहा कि ज्यादा भाषाएं जानना गलत नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक कुंठा के कारण इसका विरोध कर रहे हैं. 

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