जिला व सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत के मामले में एसएसपी संजीव कुमार ने घटना का वीडियो वायरल करने पर पीएसआई आदर्श कुमार और ऑटो चोरी का केस देर से दर्जकरने पर पाथरडीह थानेदार उमेश कुमार को सस्पेंड कर दिया है. पाथरडीह थाने में 28 जुलाई को ऑटो चोरी के केस के लिए आवेदन दिया गया था. ये वही ऑटो है जिससे जज को टक्कर मारी गई थी. घटना के 24 घंटे बाद पाथरडीह पुलिस ने केस दर्ज किया था. इस घटना का वीडियो भी वायरल हो गया था जिस पर हाईकोर्ट ने आपत्ति जताई थी. एसआईटी ने मामले की जांच की और धनबाद थाना के पीएसआई आदर्श कुमार को सस्पेंड कर दिया. इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सीबीआई जांच की भी अनुशंसा कर दी है. हालांकि जब तक सीबीआई अपने हाथ में जांच नहीं लेती तब तक एसआईटी केस की जांच करती रहेगी.
बता दें कि 28 जुलाई की सुबह धनबाद में मार्निंग वॉक के दौरान एक ऑटो की टक्कर से उनकी मौत का मामला सामने आया था. झारखंड पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना में प्रयुक्त ऑटो और उसके चालक को धर दबोचा था. मुख्यमंत्री की पहल पर मामले के त्वरित अनुसंधान और दोषियों को दबोचने के लिए एसआईटी का गठन किया गया था.
बता दें कि न्यायाधीश उत्तम आनंद के परिजनों ने एक दिन पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मुलाकात की थी. सीएम सोरेन ने इस दुखद घटना के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की थी. उन्होंने कहा था कि सरकार इस दुख की घड़ी में उनके साथ है. उन्होंने परिजनों से कहा था कि मामले की जांच को लेकर राज्य सरकार गंभीर है. त्वरित गति से इस घटना की जांच की जाएगी. परिजनों को न्याय मिले यह राज्य सरकार की प्राथमिकता है.
याद दिला दें कि घटना वाले दिन जज उत्तम आनंद मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. इस दौरान ऑटो उनकी तरफ तेजी से बढ़ा और उन्हें टक्कर मारते हुए आगे निकल गया. यह पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद हो गया था. सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस घटना के वीडियो ने हंगामा मचा दिया था. घटना के फौरन बाद वहां मौजूद एक राहगीर ने खून से लथपथ पड़े जज उत्तम आनंद को अस्पताल पहुंचाया था. अस्पताल में जज उत्तम आनंद ने दम तोड़ दिया था. घटना के घंटों बाद उनकी शिनाख्त हो पाई थी.
घटना का सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पुलिस ने कहा था कि स्पष्ट है कि ऑटो रिक्शा के चालक ने उन्हें जानबूझकर टक्कर मारी थी. महानिरीक्षक अमोल विनुकांत होमकर ने कहा, "दो लोगों - लखन कुमार वर्मा और राहुल वर्मा को गिरफ्तार किया गया है और ऑटो-रिक्शा को जब्त कर लिया गया है. आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है." पुलिस ने बताया कि वाहन चोरी का था.