चंडीगढ़ निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी बीजेपी (BJP) को पछाड़ते हुए सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. लेकिन इसमें सबसे बड़ी जीत दमनप्रीत सिंह (Damanpreet Singh) की रही, जो एक ढाबा चलाते हैं और जिन्होंने निकाय चुनाव में बीजेपी के मौजूदा मेयर रविकांत शर्मा (mayor Ravi Kant Sharma of BJP) को हरा दिया. बीजेपी के मौजूदा मेयर रविकांत शर्मा के साथ पूर्व मेयर दवेश मौदगिल को भी आप उम्मीदवारों ने पटखनी दी है. हालांकि आप की इलेक्शन कंपेन कमेटी के प्रमुख चंद्र मुखी शर्मा भी चुनाव हार गए. दमनप्रीत सिंह ने अपनी सियासत का आगाज ही मेयर को चुनाव में हराकर धमाकेदार अंदाज में की है.
जीत के बाद दमनप्रीत ने कहा कि जीत के बाद बहुत अच्छा लग रहा है. ये परिवार, वार्ड वासियों और गुरु साहिब ने जो भरोसा जताया है, उस पर वो खरा उतरेंगे. सेक्टर 22 में दमनप्रीत ढाबा चलाते हैं और ढाबा चलाने वाले की मेयर पर जीत के बारे में पूछा गया तो दमनप्रीत ने मुस्कराते हुए कहा कि उनके ढाबे से किसान आंदोलन में शामिल किसानों के लिए मटका चौक पर लंगर जाता था. उन्हें खाना-पीने की सेवाएं दी जाती थीं. मेयर साहब को ये पता चल गया कि जितने दिन भी किसान समर्थक चंडीगढ़ के चौराहों और प्वाइंट पर जमा होते हैं, उनको लंगर की सेवा इस ढाबे से जाती है. जब 48 मोटर मार्केट में बीजेपी के मेयर पर हमला किया गया था. वो किसानों द्वारा नहीं किया गया था, लेकिन उसमें उनका नाम लगाया गया. कहा गया कि गुंडों ने यह हमला उन पर कराया था.
इसके बाद म्यूनिसिपल कारपोरेशन और अन्य अधिकारियों की ओर से उन्हें परेशान किया जाने लगा. एक महीने में उनके 40 से 45 हजार रुपये के चालान कर दिए गए. उसके बाद मैंने चालान को जेब में रख लिया और भ्रष्टाचार के सिस्टम के खिलाफ बिगुल फूंक दिया. मेयर बनने की संभावनाओं पर दमनप्रीत ने कहा कि यह पार्टी हाईकमान फैसला लेगी. अगर पार्टी हाईकमान उन्हें आगे लाती है तो वो तैयार हैं.
दमनप्रीत ने कहा कि चंडीगढ़ में सफाई का मुद्दा और कूड़े का ढेर बड़ा मुद्दा है. अरविंद केजरीवाल हमारे आदर्श हैं. शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं को भी बेहतर किया जाएगा. चंडीगढ़ के चुनाव का पंजाब चुनाव में असर पर दमनप्रीत ने कहा कि पहले बीजेपी, कांग्रेस, अकाली दल के अलावा कोई विकल्प नहीं था, लेकिन आम आदमी पार्टी बड़ा विकल्प बनकर उभरी है. दिल्ली का रोल मॉडल पंजाब में भी कामयाब होगा. पंजाब की जनता भी चाहती है कि एक बार आप को मौका दिया जाए.