झारखंड में देवघर रोपवे का ऑडिट करने वाले विशेषज्ञों ने कहा है कि जब पिछले महीने ऑडिट किया गया था तब यह रोपवे ‘अच्छा' था. अभी हाल में रोपवे में गड़बड़ी से बड़ा हादसा हो गया. रविवार को हुए रोपवे हादसे के लिए दो अलग-अलग जांच की जा रही हैं. इस हादसे में तीन लोगों की जान गयी, जिनमें से दो व्यक्तियों की मौत बचाव प्रयास के दौरान हुई. एक जांच संचालक दामोदर रोपवे एंड इंफ्रा लिमिटेड (डीआरआईएल) और दूसरी जांच झारखंड सरकार द्वारा की जा रही है.
धनबाद के 'सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ माइनिंग एंड फ्यूएल रिसर्च' के मुख्य वैज्ञानिक एवं परियोजना समन्वयक (वायर रोप एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) डी. बसाक ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘यह रोपवे बिल्कुल ठीक था... हमने उसपर परीक्षण किया था.'' केंद्र सरकार के इस प्रतिष्ठित संस्थान ने 17 मार्च एवं 22 मार्च को ऑडिट किया था. कुछ वर्गों द्वारा पहले ऐसे आरोप लगाये गये कि रोपवे का सुरक्षा ऑडिट नहीं किया गया. डीआरआईएल अधिकारियों ने कहा कि वे अपने एवं बाहर के विशेषज्ञों की मदद से अंदरूनी जांच करवा रहे हैं और हादसे की वजह का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.