VIDEO: हिजाब हमारी आस्‍था है, हर वर्ग के लिए पर्दा अच्‍छा है- हिजाब विवाद पर देवबंद के मुस्लिम

सलीम ने कहा कि कि जो काम यह कर रहे हैं, अगर कोई अन्‍य वर्ग या मुसलमान करता तो उस पर UAPA लगा दिया जाता.

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नई दिल्‍ली:

कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद की आंच अब उत्‍तर प्रदेश तक पहुंच गई हैं. चूंकि यूपी में इस समय चुनाव का 'मौसम' है, ऐसे में सियासी पार्टियों इस मुद्दे पर राजनीतिक रोटियां सेंकने में व्‍यस्‍त हैं. दारुल उलूम देवबंद, तालीम का एक केंद्र है. इतिहास में जब भी देवबंद का नाम आता है, उस पर बात और विवाद होने लगता है. एनडीटीवी ने इस मामले में देवबंद के स्‍थानीय लोगों से इस मुद्दे पर बात की. यह पूछने पर कि कर्नाटक में छात्राओं को हिजाब पहनकर स्‍कूल-कॉलेज जाने से रोका गया, आपकी क्‍या राय है, सलीम अहमद ने कहा, ' यह हमारी आस्‍था है. हिजाब अच्‍छी चीज है, हर वर्ग के लिए पर्दा अच्‍छा है.' 

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उन्‍होंने कहा कि गवर्नमेंट यह अच्‍छा नहीं कर रही. ये सिर्फ भड़काने की बात करते हैं हमारा कहना है कि 80-20 की बात करते हैं तो यह बताएं कि 20 फीसदी मुस्लिमों का इस्‍तेमाल करके 80 फीसदी हिंदुओं को बेवकूफ बना रहे है. ये वोट की राजनीति करते हैं, कहीं पलायन दिखाएंगे तो कहीं हिजाब दिखाएंगे यह इनकी आदत है. सलीम ने कहा कि कि जो काम यह कर रहे हैं, अगर कोई अन्‍य वर्ग या मुसलमान करता तो उस पर UAPA लगा दिया जाता. आपने देखा होगा कि तिरंगे को हटाकर भगवा झंडा लगाया गया. यह कितना असंवैधानिक काम है. सरकार कदम नहीं उठा रही मतलब उसकी शह है. एक अन्‍य मुस्लिम ने युवक ने कहा, जिस तरह का वाकया पेश आया. आपने वीडियो देखा होगा कि जिस तरह से एक लड़की पर एक पूरा झुंड हमला कर रहा है. यह कोई मुसलमान ऐसा ऐसा करता तो पूरे  'गोदी मीडिया' में उबाल आ जाता. हर कोई इस मुद्दे पर उठाता.

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एक अन्‍य मुस्लिम युवा का कहना था- जो पार्टी मुसलमानों  का वोट लेती हैं उन्‍होंने अब तक आवाज नहीं उठाई. यह पूछने पर कि क्‍या इशारा अखिलेश यादव की ओर है तो इस शख्‍स ने कहा कि चाहे वे अखिलेश हो या 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' का नारा देने वाली दीदी हो, उनका भी बयान नहीं आया है. जिस लड़की से ऐसा हुआ, क्‍या वह लड़की नहीं है?  एक अन्‍य शख्‍स ने कहा कि आप 80 की बात करते हो तो 20 लोग भी तो इसी देश के वाशिंदे हैं. देश की राजनीति के तहत आप पर भरोसा कर रहे हैं. कुछ ने कहा कि इस स्थिति में बाद अखिलेश पर भी अभी यकीन है. हम वोट के बदले हिफाजत चाहते हैं. 

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