Delhi Weather: मॉनसून की वापसी से पहले दिल्ली में रिमझिम फुहारों ने सुहाना बना दिया मौसम

Delhi Weather Forecast: दिल्ली में इस सप्ताह में शुक्रवार तक बूंदाबांदी का सिलसिला बना रहने और शनिवार व रविवार को मध्यम या तेज बारिश होने का अनुमान है

विज्ञापन
Read Time: 17 mins
दिल्ली में सोमवार की शाम को हुई बारिश के दौरान कुछ स्थानों पर ट्रैफिक जाम की समस्या सामने आई.
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • दिल्ली में मंगलवार को तड़के से बारिश शुरू हुई
  • शहर में दिन भर बादल छाए रहने का अनुमान
  • बारिश से दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार की आशा
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:

Delhi Rain: दिल्ली में मंगलवार को सुबह से रिमझिम बारिश (Light rain) का मौसम बना हुआ है. राष्ट्रीय राजधानी में कल शाम को भी कहीं तेज तो कहीं छुटपुट बारिश हुई थी. गर्मी और उमस से जूझते शहर को यह बारिश राहत देने वाली है. दिल्ली में इस पूरे सप्ताह में मौसम (Weather) का यही मिजाज बने रहने का अनुमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अनुमान जताया है कि दिल्ली में आज बादल छाए रहेंगे और रिमझिम फुहारों का सिलसिला बना रहेगा. अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. देश में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून (Monsoon) की वापसी की प्रक्रिया शुरू होने वाली है और इससे पहले दिल्ली का मौसम सुहाना हो गया है.            

दिल्ली में सोमवार की शाम को हुई बारिश के बाद मंगलवार को तड़के से बूंदाबांदी शुरू हो गई. इसके साथ-साथ कुछ इलाकों में हल्का कोहरा भी छाया रहा. मौसम विभाग ने दिल्ली में शुक्रवार तक इसी तरह का मौसम बना रहने का अनुमान जताया है. शनिवार और रविवार को तेज या मध्यम बारिश के साथ बादल गरज सकते हैं. इस दौरान अधिकतम तापमान 32 से 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है.   

दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 33.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. शहर में बादल तो पूरे दिन छाए रहे लेकिन बारिश कुछ स्थानों पर ही हुई थी. शहर के लोदी रोड इलाके में 4.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी. 

दिल्ली में मानसून की बारिश औसत से कम दर्ज की गई है. इस साल अगस्त माह में पिछले 14 सालों में सबसे कम बारिश हुई है. अल्प बारिश का असर वायु की गुणवत्ता (Air quality) पर भी पड़ा है. दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार को खराब श्रेणी के करीब दर्ज की गई. हालांकि इससे तीन दिन पहले ही साल में पहली बार शहर की वायु गुणवत्ता अच्छी श्रेणी में दर्ज की गई थी. राष्ट्रीय राजधानी का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) सोमवार शाम को चार बजे 182 दर्ज किया गया. यह रविवार को 119, शनिवार को 70 और शुक्रवार को 47 पर दर्ज किया गया था.

आनंद विहार इलाके में एक्यूआई 405 (गंभीर श्रेणी) में दर्ज किया गया.‘स्काईमेट वेदर' के उपाध्यक्ष (जलवायु परिवर्तन और मौसम विज्ञान) महेश पलावत ने कहा कि पूर्वी और पश्चिमी हवाओं के संगम ने स्थानीय प्रदूषकों को फैलने नहीं दिया. हवा की हल्की गति की वजह से सुबह में प्रदूषक जमा हो गए.

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की दिल्ली-एनसीआर के लिए वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के अनुसार, मंगलवार को हवा की गुणवत्ता मध्यम से खराब श्रेणी में और बुधवार को खराब श्रेणी में रहने की संभावना है. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच एक्यूआई गंभीर माना जाता है.

Advertisement

अब दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी का समय
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को कहा कि अगले दो दिन में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के वापस लौटने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. विभाग ने कहा है कि, अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत और कच्छ के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं.

विभाग के अनुसार भारत में सात प्रतिशत अधिक बारिश हुई थी, लेकिन उत्तर प्रदेश और बिहार सहित आठ राज्यों में कम बारिश हुई, जिससे इस खरीफ मौसम में कृषि उत्पादन कम हो सकता है. झारखंड, दिल्ली, पंजाब, त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर अन्य राज्य हैं, जहां कम वर्षा दर्ज की गई है.

Advertisement

दक्षिण-पश्चिम मानसून का मौसम 1 जून से शुरू होता है और 30 सितंबर तक जारी रहता है. देश में एक जून से 19 सितंबर के बीच 872.7 मिलीमीटर बारिश हुई, जो इस अवधि में होने वाली 817.2 मिमी की सामान्य वर्षा से सात प्रतिशत अधिक है.

उत्तराखंड में भारी बारिश में बह गया आदमी, तलाश जारी

Featured Video Of The Day
Bihar SIR Controversy: Vote Chori पर Rahul Gandhi का दावा, Gurkirat ने बताया सच
Topics mentioned in this article