अर्थ आवर (Earth Hour 2023) पर दिल्ली एनसीआर(NCR) समेत पूरे देश में साढ़े 8 बजे बत्ती गुल हो गई. दफ्तरों, सरकारी आवास, कार्यालयों, सार्वजनिक स्थलों, धार्मिक स्थलों, राष्ट्रीय धरोहरों पर लाइट बंद कर दी गईं. इसके साथ ही घरों में लोगों ने लाइट बंद कर दी. दिल्ली ने इस बार 279 मेगावाट बिजली बचाई, जो पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा है. डिस्कॉम के अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली ने 'अर्थ ऑवर' के दौरान 279 मेगावॉट बिजली की बचत की, क्योंकि शहर भर में बिजली के उपकरण शनिवार रात 8.30 बजे से रात 9.30 बजे तक रखें गये.
पिछले साल दिल्ली ने अर्थ आवर मनाया था जिसमें 171 मेगावाट बिजली की बचत हुई थी. कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि बीएसईएस डिस्कॉम बीआरपीएल और बीवाईपीएल द्वारा कवर किए गए क्षेत्रों में 178 मेगावाट बिजली की बचत हुई. डिस्कॉम के एक प्रवक्ता ने कहा कि टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) के उपभोक्ता अर्थ आवर 2023 के दौरान सफलतापूर्वक 15 मेगावाट बचाने में सफल रहे.
दिल्ली कैंट और नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र में बचाई गई बिजली के आंकड़े उपलब्ध नहीं थे. अर्थ आवर विश्व वन्यजीव कोष द्वारा समर्थित जलवायु परिवर्तन के मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए सबसे बड़े वैश्विक जमीनी अभियानों में से एक है.यह घटना प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करती है और ग्रह पृथ्वी की नाजुक स्थिति की ओर ध्यान आकर्षित करती है.
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