राजधानी दिल्ली के सराय काले खां स्थित नाइट शेल्टर को तोड़ दिया गया है. दिल्ली पुलिस ने डीयूएसआईबी को सितंबर में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले सराय काले खां स्थित रैन बसेरा को स्थानांतरित करने को कहा था. पुलिस का कहना था कि इसकी वजह से सराय काले खां बस अड्डे पर क्राइम बढ़ गया है.
दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) को लिखे पत्र में पुलिस ने कहा था कि आश्रय स्थल सराय काले खां अंतर-राज्यीय बस टर्मिनल के करीब है, जिससे देश भर के लोग इस सुविधा का लाभ उठाते हैं. रैन बसेरों में रहने वाले लोगों के पहचान प्रमाण पूरी तरह से सत्यापित नहीं होते हैं और अपराधी तथा बदमाश अक्सर जाली आधार कार्ड और अन्य पहचान पत्र जमा करने के बाद इसे छिपने की जगह के रूप में इस्तेमाल करते हैं.
दिल्ली पुलिस ने कहा कि यह अक्सर देखा गया है कि यह बदमाशों और आपराधिक चरित्र के लोगों का पसंदीदा ठिकाना है. रात में यह हमेशा भरा रहता है और वहां रहने वाले लोग अक्सर शराब पीकर हंगामा करते हैं.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, "हमने सिफारिश की थी कि इसे किसी अन्य जगह पर स्थानांतरित कर दिया जाए और हम आदर्श रूप से इसे जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले करना चाहते थे. रैन बसेरा अपराध-संभावित क्षेत्र में स्थित है और इस क्षेत्र से झपटमारी, डकैती, चोरी के मामले आते रहते हैं. हम समझते हैं कि अपराधी इस सुविधा का दुरुपयोग करते हैं और यहां रहने वाले वास्तविक लोगों के लिए खतरा पैदा करते हैं."
दिल्ली पुलिस की सिफारिशों के पहले सनलाइट कॉलोनी के थाना प्रभारी ने स्थल का निरीक्षण किया था. दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की जमीन पर 2014 में बना रैन बसेरा सराय काले खां लाइट ट्रैफिक सिग्नल के पास स्थित था और इसमें 54 लोग रह सकते थे.