दिल्ली में रेस्टोरेंट और बार बंद (Delhi restaurants and bars) करने का फैसला किया गया है. केवल टेकअवे सुविधा जारी रहेगी यानी खाना पैक कराके ले जा सकेंगे या ऑनलाइन ऑर्डर कर सकेंगे. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की सोमवार को हुई बैठक में ये निर्णय़ लिया गया है. लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल ने ये जानकारी दी है. दिल्ली में रेस्टोरेंट में बैठकर खाने पर पाबंदी के बाद रेस्तरां से होम डिलीवरी और टेकअवे की सुविधा ही चलेगी. दिल्ली में 9 जनवरी को 22 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज (Delhi Covid Cases) मिले हैं.
दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 22,751 नए कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जबकि पॉजिटिविटी रेट 23.53% पर पहुंच गया है. दिल्ली में इससे पहले यलो अलर्ट लागू किया जा चुका है. साथ ही नाइट कर्फ्यू और वीकेंड कर्फ्यू का भी ऐलान किया गया है. हालांकि 2021 के आखिरी हफ्ते में कोरोना के मामलों में आया उछाल थमने का नाम ही नहीं ले रहा है.
दिल्ली में 1 मई के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा नए केस हो गए हैं. जबकि पॉजिटिविटी रेट (Positivity Rate) 7 मई 2021 के बाद सबसे ज्यादा हो गया है. पिछले 24 घंटों में 17 मरीजों की मौत भी हुई है, जो 16 जून के बाद सबसे ज्यादा हैं. दिल्ली में कोरोना केस ऐसे वक्त बढ़े हैं, जब पड़ोसी राज्य यूपी में विधानसभा चुनावों का ऐलान हुआ है. पंजाब और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं, जहां से भी दिल्ली के लिए बड़े पैमाने पर आवाजाही होती रहती है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. कोविड-19 से उबरने के बाद रविवार को उन्होंने वर्चुअली तरीके से प्रेस कान्फ्रेंस की थी. इसमें उन्होंने कहा था कि दिल्ली में लॉकडाउन लगाने का कोई इरादा नहीं है. ज्यादातर मामलों में कोरोना मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ रही है. हालांकि उन्होंने लोगों से पूरी तरह सतर्क रहने और कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करने को कहा था.
दिल्ली पुलिस ने बाजारों में भीड़ जमा करने को लेकर भी सख्ती की है. साथ ही नाइट कर्फ्यू और अन्य कोरोना नियमों का उल्लंघन करने को लेकर बड़े पैमाने पर जुर्माने भी किए हैं.
दिल्ली में 500 से ज्यादा डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हुए