- फरीदाबाद में जखीरे की बरामदगी के बाद लखनऊ में उत्तर प्रदेश एटीएस ने डॉक्टर शाहीन और परवेज के घर पर छापा मारा.
- डॉक्टर शाहीन को जैश की महिला आतंकियों की टीम तैयार करने का जिम्मा सौंपा गया था, जो दिल्ली पुलिस ने बताया है.
- डॉक्टर शाहीन कानपुर मेडिकल कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर थीं और 2013 में बिना सूचना दिए कॉलेज से गायब हो गई थीं.
सोमवार को दिल्ली के करीब फरीदाबाद से विस्फोटकों का एक बड़ा जखीरा बरामद हुआ था. अब इस सिलसिले में लखनऊ में उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम डॉक्टर शाहीन और डॉक्टर परवेज के पुश्तैनी घर पहुंची. इनका घर लखनऊ के लालबाग इलाके में है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि शाहीन को पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से एक महिला आतंकियों की टीम को तैयार करने का जिम्मा सौंपा गया था. अब इस मामले में एक नई जानकारी सामने आ रही है.
कॉलेज से हो गई थी गायब
बताया जा रहा है कि लखनऊ में जिस डॉक्टर परवेज के घर रेड पड़ी है, वो दरअसल डॉक्टर शाहीन का घर है. डॉक्टर परवेज और डॉक्टर शाहीन भाई बहन हैं. इनके पिता का नाम सईद अंसारी है. डॉक्टर शाहीन लोकसेवा आयोग से चयनित होकर कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर बनी थीं. इसके बाद साल 2013 में ये बिना किसी को बताये कॉलेज से गायब हो गई. इसकी शादी जफर हयात नाम के शख्स से हुई थी.
साल 2021 में हुई सस्पेंड
साल 2015 में शाहीन और जफर का तलाक ले लिया.साल 2021 में संस्थान ने डॉक्टर शाहीन को बर्खास्त कर दिया. डॉक्टर शाहीन शाहिद तीन भाई बहन हैं. बड़ा भाई शोएब है, दूसरे नंबर पर शाहीन है और सबसे छोटा भाई परवेज है. शाहीन कानपुर में नौकरी छोड़ने के बाद फरीदाबाद चली गई थी. उसकी शादी जिस जफर हयात से हुई वह महाराष्ट्र का रहने वाला था. दोनों के बीच एक विवाद की वजह से तलाक हो गया था. शाहीन ने करीब 25 साल पहले इलाहाबाद (अब प्रयागराज) से मेडिकल की पढ़ाई की थी.
अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ी
बताया जा रहा है कि डॉक्टर शाहीन फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ी थी और कश्मीरी डॉक्टर मुजम्मिल उर्फ मुसैब के साथ मिलकर काम कर रही थी. डॉक्टर मुजम्मिल को सोमवार को 2900 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट के साथ फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया है. उसने किराए पर लिए हुए दो कमरों में इस विस्फोटक को रखा था.













