- दिल्ली में हुई बारिश ने गर्मी और उमस से राहत दी है, मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी कर बारिश की संभावना जताई है.
- हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 707 सहित 170 से अधिक सड़कें बंद हैं और भूस्खलन से नुकसान हुआ है.
- हिमाचल प्रदेश के नौ जिलों में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है, राज्य में इस मॉनसून के मौसम में अब तक 112 लोगों की मौत हो चुकी है.
कल हुई बारिश ने दिल्लीवासियों को न सिर्फ गर्मी और उमस से बड़ी राहत दिलाई है बल्कि मौसम भी सुहाना हो गया है. एक तरफ जहां उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में बारिश ने लोगों को कुछ दिन के लिए गर्मी से छुटकारा दिलाया है. वहीं यही बारिश पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आफत बनकर बरस रही है. हिमाचल में भूस्खलन और बाढ़ की वजह से कई सड़कें बंद हैं. राज्य के नौ जिलों में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है और अब तक मानसून के इस मौसम में 100 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. उत्तराखंड में भी हालात ज्यादा अच्छे नहीं हैं, जहां लगातार बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है.
दिल्ली में बारिश हुई, येलो अलर्ट जारी किया
राष्ट्रीय राजधानी में मध्य, दक्षिण, दक्षिण-पूर्व और पूर्वी दिल्ली समेत कुछ हिस्सों में बीती रात को बारिश हुई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शहर के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया है. शहर का अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए आमतौर पर बादल छाए रहने और बारिश का अनुमान जताया हैं. विभाग ने बताया कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः लगभग 35 और 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.
हिमाचल में बारिश से NH-707 बंद, बाढ़ की चेतावनी
हिमाचल प्रदेश में भी बीते दिन बारिश हुई और सिरमौर जिले में लोहरा क्षेत्र के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग 707 भूस्खलन के कारण बंद रहा. स्थानीय मौसम कार्यालय ने राज्य के 9 जिलों के कुछ हिस्सों में बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी है. भारी बारिश से प्रदेश में कई स्थानों पर भूस्खलन और बाढ़ आई है, जिससे 20 जून से अब तक 1,220 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. सूत्रों ने बताया कि राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग 707 समेत 170 सड़कें अब भी बंद हैं.
सूत्रों के अनुसार, राजमार्ग 30 घंटे से अधिक समय से बंद है और इसे अभी तक वाहनों के आवागमन के लिए बहाल नहीं किया जा सका है, क्योंकि पहाड़ से मलबा आने से सड़क साफ करने के काम में बाधा आ रही है. स्थानीय मौसम कार्यालय ने सोमवार और बुधवार को भारी बारिश को लेकर ‘ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है. मंडी में 121 सड़कें, कुल्लू में 23 और सिरमौर जिले में 13 सड़कें बंद हैं. इस मानसून में राज्य में अब तक 112 लोगों की मौत हुई है जिनमें तीन लोगों की मौत पिछले 24 घंटे में हुई हैं.
उत्तराखंड में भी मौसम का हाल बुरा
उत्तराखंड में तेज दौर की बारिश दौर आज भी जारी रहेगा. पहाड़ी इलाकों में तेज दौर की बारिश होने की संभावना है. IMD पूर्वानुमान के अनुसार टिहरी, हरिद्वार, अल्मोड़ा, ऊधमसिंह नगर जिले के कुछ इलाकों में तेज दौर की बारिश होने के आसार हैं. वहीं बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में भी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. बारिश के बाद मलबा रास्ते में आने से 61 सड़कें बंद हैं, बंद सड़कों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है. उत्तरकाशी में 7, टिहरी में 5, रुद्रप्रयाग में 7, पिथौरागढ़ में 9, पौड़ी में 7, नैनीताल में 3, चमोली में 8, बागेश्वर में दो और अल्मोड़ा जिले में एक सड़क बंद है.