दिल्ली के तापमान गिरावट के साथ आवो हवा का स्तर (Delhi Air Pollution) भी गिरता जा रहा है. हवा की घुली धुंध जीवन के लिए खतरा बनती जा रही है. बिना मास्क बाहर निकलना दूभर होने लगा है. खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमारों को ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है. हवा में घुले जहर को सुबह और शाम बहुत ही आसानी से महसूस किया जा सकता है. आसमान में धुंध इतनी बढ़ने लगी है कि प्रदूषण की पीली और भद्दी लेयर को भी देखना आसान है. प्रदूषण पर लगाम कसने के लिए दिल्ली में ऑड-ईवन लागू करने पर विचार किया जा रहा है.
ध्यान दें: एक हेल्थी बॉडी के लिए 0-50 AQI बेस्ट माना जाता है
दिल्ली का इलाका | AQI @ 8.00AM | कौन सा 'जहर' | कितना औसत |
आनंद विहार | 385 | PM2.5 का लेवल हाई | 327 |
मुंडका | 298 | PM 2.5 लेवल हाई | 298 |
वजीरपुर | 353 | PM 2.5 लेवल हाई | 353 |
जहांगीरपुरी | 319 | PM 10 लेवल हाई | 319 |
आरके पुरम | 359 | PM 2.5 लेवल हाई | 359 |
ओखला | 266 | PM 2.5 लेवल हाई | 266 |
बवाना | 314 | PM 2.5 लेवल हाई | 314 |
विवेक विहार | 316 | PM 2.5 लेवल हाई | 316 |
नरेला | 273 | PM 2.5 लेवल हाई | 273 |
अशोक विहार | 305 | PM 2.5 का लेवल30 | 305 |
द्वारका | 284 | PM 2.5 लेवल हाई | 284 |
पंजाबी बाग | 300 | PM 2.5 का लेवल हाई | 300 |
रोहिणी | 311 | PM 10 लेवल हाई | 311 |
आनंद विहार की हवा सबसे खराब
अगर प्रदूषण की टॉप-10 सिटी की बात की जाए तो दिल्ली खराब हवा के साथ दूसरे नंबर पर है. पहले नंबर पर राजस्थान है. दिल्ली का एक्यूआई 283 के साथ खराब स्तर पर बना हुआ है. आनंद विहार की हवा लगातार सबसे खराब बनी हुई है. 25 अक्तूबर को सुबह 6.30 बजे आनंद विहार का AQI बेहद खराब 390 दर्ज किया गया, जो कि 10 प्रदूषित जगहों में पहले नंबर पर है. वहीं सुबह 9 बजे आनंद विहार का एक्यूआई 385 रहा.
दिल्ली की हवा हर गुजरते दिन के साथ और भी खराब होती जा रही है. दीवाली से पहले प्रदूषण की स्थिति डरा रही है. इसकी वजह पड़ोसी राज्यों में पराली जलाया जाना बताया जा रहा है. दीवाली आने को है, पटाखों के बाद तो क्या ही हाल होगा, ये सोचकर ही डर लग जाता है. बवाना में एक्यूआई314 दर्ज किया गया है.
दिल्ली सरकार 21 सूत्री विंटर एक्शन प्लान के तहत काम कर रही है. धूल प्रदूषण, वाहन प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार अभियान चला रही है. हाल ही में दिल्ली सरकार ने रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान की शुरुआत की है. जल्द ही ऑड-ईवन लागू किए जाने पर भी विचार किया जा रहा है.
दिल्ली में ऑड-ईवन पर हो सकता है विचार
दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय का कहना है कि इस समय राजनीति से बचना चाहिए क्योंकि राजनीति करने से दिल्ली का प्रदूषण कम नहीं होगा. प्रदूषण सभी के सहयोग से ही कम किया जा सकता है. उन्होंने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए बीजेपी की पड़ोसी राज्यों की सरकारों को जिम्मेदार ठहराया.