नई दिल्ली: कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के केस में दिल्ली पुलिस जांच के लिए उनके घर पहुंची है. वहीं, पहले भी दो बार बृजभूषण शरण सिंह से दिल्ली पुलिस पूछताछ कर चुकी है. सूत्रों के मुताबिक, अब तक 200 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं. इनमें कोच, अधिकारी और पहलवान भी शामिल हैं.
दिल्ली पुलिस की एसआईटी, जिसमे दो महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थी. वो महिला पहलवान को लेकर ब्रजभूषण के आवास पर पहुंची थी. टीम में IPS अधिकारी भी शामिल थे. बताया जाता है कि करीब 30 मिनट तक दिल्ली पुलिस की टीम बृजभूषण शरण सिंह के घर पर थी. पुलिस सूत्रों का कहना है कि स्टेटस रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल करने से पहले कुछ चीजों को वैरिफाई करना था.
पहलवानो के खिलाफ हेट स्पीच के तहत FIR दर्ज करने की मांग का मामला दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में दाखिल अपनी स्टेटस रिपोर्ट में यह कहा की पहलनवान विनेश फोगाट ,साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया के खिलाफ अभी तक की जांच के मुताबिक ऐसा कुछ नहीं मिला है कि उन्होंने हेट स्पीच दी है.
दिल्ली पुलिस ने अपनी स्टेटस रिपोर्ट में कहा कि शिकायतकर्ता की तरफ से जो वीडियो पुलिस को दिया गया, उसमें पहलवान भड़काऊ नारा लगाते हुए नहीं दिख रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग वाली अर्जी को पटियाला हॉउस कोर्ट से खारिज करने की भी मांग की है.
बृजभूषण शरण सिंह से क्या पूछा गया?
इससे पहले भी इस मामले में भी बृजभूषण शरण सिंह से पूछताछ हो चुकी है. महिला पहलवानों के लगाए गए आरोपों में जिस घटना का जिक्र किया गया, उससे जुड़े सवाल किए गए. एक पहलवान ने यह आरोप लगाया था कि 16 अक्टूबर 2017 को बृजभूषण शरण सिंह ने दिल्ली में अपने आवास पर बदतमीजी की थी. साथ ही यौन दुर्व्यवहार करने की कोशिश की थी. इस आरोप के बारे में जब बृजभूषण से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो 16 अक्टूबर 2017 को जूनियर पहलवानों के कैंप के लिए लखनऊ में थे. 17 अक्टूबर 2017 को वो अपने चुनावी क्षेत्र का दौरा कर रहे थे. इसी की पड़ताल के लिए गोंडा में एसआईटी की टीम गई थी. वहां बृजभूषण के बयानों को लेकर लोगों से पूछताछ की गई. इस तरह सिलसिलेवार तरीके से दिल्ली पुलिस पूछताछ कर रही है.
कब से चल रहा पहलवानों का धरना?
18 जनवरी को जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने धरना शुरू किया. आरोप लगाया कि WFI के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने महिला पहलवानों का यौन शोषण किया. 21 जनवरी को विवाद बढ़ने के बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों से मुलाकात कर कमेटी बनाई, लेकिन कमेटी की रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक नहीं हुई.