दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो कॉल सेंटर चलाते हुए विदेशी नागिरकों से ठगी करता था. पुलिस ने इस मामले की जांच के दौरान छह आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. इनमें से चार लोगों को भारत से जबकि एक को कनाडा और एक को युगांडा से गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली पुलिस ने FBI और इंटरपोल के साझा अभियान के तहत आरोपियों की गिरफ्तारी की है.
गुजरात और उत्तराखंड से गिरफ्तार किए गए आरोपी
दिल्ली पुलिस ने गुजरात और उत्तराखंड से चार लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान वत्सल मेहता, पार्थ अर्माकर, दीपक अरोड़ा और प्रशांत कुमार के रूप में की गई है. पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी मेहता मास्टरमाइंड है और अर्माकर युगांडा और भारत से इस गिरोह को चला रहा था.
आरोपी को खुदको एंट्री ड्रग्स एजेंसी का बताते थे
पुलिस की अभी तक की जांच में ये भी पता चला है कि आरोपी कॉल सेंटर के लिए काम करने वाले लोग अमेरिका में लोगों को फोन करके बताते थे कि वो एंटी ड्रग्स एजेंसी से बात कर रहे हैं. पुलिस को जांच के दौरान ये भी पता चला है कि कॉल करने वाले टारगेट को बताते थे कि यूएस-मेक्सिको बॉर्डर पर चेकिंग के दौरान कुछ आपत्तिजनक सामग्री मिलने के बाद उनका नाम चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले में सामने आया है. फोन करने वाले उनसे भारी जुर्माना भरने के लिए कहते थे और भुगतान न करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी देते थे.