दिल्ली पुलिस ने खालिस्तानी आतंकी पन्नू के गुर्गे को किया गिरफ्तार, SFJ के इशारे पर करता था काम

आरोपी मलक सिंह के कब्जे से बरामद मोबाइल फोन की जांच के दौरान ये पता चला कि उसे 19 नवंबर, 2023 को दिल्ली हवाई अड्डे और दिल्ली के अन्य सरकारी भवनों पर खालिस्तान समर्थक नारे लगाने और लिखने के लिए कहा था.

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नई दिल्ली:

दिल्ली पुलिस ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के इशारे पर काम करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने बीते 27 सितंबर को दिल्ली के आईएसबीटी बस अड्डे पर खालिस्तान के समर्थन में दीवारों पर नारे लिखे थे. इसके अलावा उसे पन्नू ने क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल मैच से पहले भी दिल्ली एयरपोर्ट सहित कई दूसरी जगहों पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखने का टास्क दिया था. 'सिख फॉर जस्टिस' नाम से संगठन चलाने वाले पन्नू ने वीडियो जारी कर संसद पर भी हमले की धमकी दी थी.

स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल के मुताबिक, 27 सितंबर को आईएसबीटी बस अड्डे के पास कई जगह 'दिल्ली बनेगा खालिस्तान एसएफजे' और 'खालिस्तान जिंदाबाद एसएफजे' जैसे नारे लिखे गए थे. उसके तुरंत बाद इंटरनेट पर एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें एसएफजे (सिख फॉर जस्टिस) का प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने दावा किया कि कनाडा से खालिस्तानी सिख निज्जर की हत्या का बदला लेने के लिए भारत की संसद पर हमले के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं और इसीलिए दिल्ली में खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखवाए गए हैं.

उन्होंने बताया कि पन्नू भारत में युवाओं से अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्म या एक के जरिए संपर्क में रहता है. वो युवाओं को पैसे, विदेश भेजने या फिर नशे के आदी युवाओं को नशे का लालच देता है और अपने काम करवाता है. अब तक हमने उसके 5 गुर्गे गिरफ्तार किए हैं.

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पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर 19 नवंबर को 38 साल के आरोपी मलक सिंह को कुरुक्षेत्र से गिरफ्तार किया है. मलक ने ही 27 सितंबर, 2023 को कश्मीरी गेट इलाके में कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के पास दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में अपने हैंडलर पन्नू के कहने पर पेंटिंग की थी.

आरोपी मलक सिंह जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले हरियाणा में खालिस्तान समर्थन की ऐसी तीन अन्य घटनाओं में भी शामिल था. पुलिस के मुताबिक आरोपी का बचपन से ही खालिस्तान विचारधारा की ओर झुकाव रहा है.

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पन्नू के कहने पर कई जगहों पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे
2018 में, गुरपतवंत सिंह पन्नू के द्वारा रेफरेंडम 2020 की घोषणा के बाद, मलक सिंह ने एसएफजे वीडियो और मैसेज को फॉलो करना शुरू कर दिया. बाद में, 2020 में किसान आंदोलन के दौरान, वह सिंघू बॉर्डर आया, जहां वो एसएफजे और खालिस्तान के समर्थकों के संपर्क में आया. जिनसे उसे गुरपतवंत सिंह पन्नू के विभिन्न यूट्यूब चैनलों, सोशल मीडिया आईडी और मोबाइल नंबरों के बारे में पता चला. इसके बाद वो गुरपतवंत सिंह पन्नू के संपर्क में आया और दोनों खालिस्तान आंदोलन और जनमत संग्रह पर चर्चा करने लगे. धीरे-धीरे उसने पन्नू का विश्वास जीत लिया और फिर, गुरपतवंत सिंह पन्नू के कहने पर इन जगहों पर खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे.

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इन खालिस्तानी समर्थक गतिविधियों में रहा शामिल :-

  • 5 अप्रैल, 2023 को उसने पुलिस स्टेशन इस्माइलाबाद, कुरुक्षेत्र के इलाके में स्प्रे पेंट के साथ "खालिस्तान वेलकम जी20 इन दिल्ली" के नारे लिखे.
  • 5 सितंबर 2023 को उसने कुरूक्षेत्र रेलवे स्टेशन पर खालिस्तान समर्थक नारा "G20, पंजाब नॉट पार्ट ऑफ इंडिया, एसएफजे" लिखा.
  • G-20 शिखर सम्मेलन से ठीक पहले, गुरपतवंत सिंह पन्नू के कहने पर एक केसरी झंडे पर लिखा, "जी20 पंजाब, भारत खालिस्तान जनमत संग्रह नहीं है, एसएफजे जिंदाबाद " और उसे गुरुग्राम में हुडा सिटी सेंटर के पास लगाया.
  • 27 सितंबर, 2023 को आईएसबीटी कश्मीरी गेट के पास "दिल्ली बनेगा खालिस्तान एसएफजे" और "खालिस्तान जिंदाबाद एसएफजे" के नारे लिखे. तस्वीरें लीं और वीडियो बनाए और फिर वो तस्वीरें और वीडियो पन्नू को भेजे, जिसके बाद पन्नू ने उसे कई सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अपलोड किये. आरोपी मलक ने इसके बाद सभी डिजिटल सबूत नष्ट कर दिए.

मलक सिंह के कब्जे से बरामद मोबाइल फोन की जांच के दौरान ये पता चला कि उसे 19 नवंबर, 2023 को दिल्ली हवाई अड्डे और दिल्ली के अन्य सरकारी भवनों पर खालिस्तान समर्थक नारे लगाने और लिखने के लिए कहा था, इसी दिन क्रिकेट विश्व कप का फाइनल मैच होना था.

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गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा अपने नए वीडियो में फाइनल मैच के दौरान इस तरह के पोस्टर लगाने की धमकी दी भी थी. उसने सिखों से 19 नवंबर, 2023 को एयर इंडिया फ्लाइट से यात्रा नहीं करने के लिए भी कहा था. पन्नू ने उस वीडियो में क्रिकेट विश्व कप के फाइनल मैच का भी जिक्र किया था. आरोपी मलक सिंह को गुरपतवंत सिंह पन्नू के कार्य और योजना को सफल करने से पहले ही पकड़ लिया गया.

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