सितंबर में मौसम का सरप्राइज का क्या मतलब.. एक्सपर्ट से समझिए इस झमाझम के पीछे क्या?

Delhi-NCR Winter Weather: दिल्ली-एनसीआर में इस बार कड़ाके की ठंड पड़ सकती है. मौसम विशेषज्ञ के अनुसार, इस बार ला नीना का असर बनता दिख रहा है. अगर ये स्थिति मजबूती के साथ बनी तो दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ेगी.

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  • दिल्ली-एनसीआर में आज काफी जोरदार बारिश हुई है
  • मौसम विशेषज्ञ आने वाले महीनों में दिल्ली-एनसीआर में कड़ाके की ठंड की भविष्यवाणी भी कर रहे हैं
  • अगर ला नीना का असर ज्यादा हुआ तो दिल्लीवालों को जबरदस्त ठंड का सामना करना पड़ेगा
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नई दिल्ली:

दिल्ली-एनसीआर में इस बार जिस तरह के झमाझम बारिश हुई है उसी तरह की ठंड भी पड़ सकती है. एक्सपर्ट ने दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में इस बार कड़ाके की ठंड के लिए चेतावनी दी है. विशेषज्ञ का मानना है कि अगर ला नीना की स्थिति मजबूत बनती है तो इसका असर मौसम पर जोरदार होगा. एनडीटीवी से खास बातचीत में भारतीय मौसम विज्ञान सोसायटी के अध्यक्ष आनंद शर्मा ने देशवासियों कड़ाके की ठंड के लिए तैयार रहने को कहा है. 


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ला नीना में क्या होता है?
आनंद सिंह ने कहा कि जैसे अल नीनो मॉनसून को प्रभावित करता है ठीक इसके उलट ला नीना में होता है. अगर प्रशांत महासागर का तापमान सामान्य से कम रहता है तो उसे हम ला नीना इफेक्ट कहते हैं. उन्होंने बताया कि सर्दन ऑसीलेशन (SO) अगर निगेटिव रहता है तो इसका मतलब है कि अल नीनो कंडीशन है. अगर ये पॉजिटिव रहता है तो इसको ला नीना कंडीशन कहते हैं. 

ला नीना आने के 50 फीसदी चांस 
आनंद ने बताया कि मौसम विभाग ने भी कहा कि इस बात की संभावना 50 फीसदी है कि ला नीना कंडीशन आएगी. लेकिन ये सब इस बात पर निर्भर करता है कि ला नीना कंडीशन कितनी सेट हो पाती है. उन्होंने कहा कि कितना समुद्र के सतह का तापमान गिरता है, अगर समुद्र में तापमान माइनस में जाता है तो असर ज्यादा होगा. आनंद ने बताया कि ला नीना कंडीशन सेट होने के बाद ही कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना होती है. जितना जल्दी समुद्र में तापमान गिरेगा उतना ज्यादा असर दिखेगा. आने वाले महीनों अक्तूबर, नवंबर और दिसंबर में ला नीना कंडीशन सामने आ सकता है. अगर ऐसा तो कड़ाके की ठंड के लिए हमें तैयार रहना होगा. 

अभी केवल कयास 
आनंद ने बताया कि अलग ला नीना कंडीशन बनती है और ये मजबूत बनती है तो इसका ज्यादा असर होगा. उन्होंने कहा कि अभी ये सिर्फ कयास है, पर हमें तैयारी रखने की जरूरत है. आनंद ने कहा कि मौसम विभाग ने कहा था कि इस बार मॉनसून ज्यादा रहेगा. तो इस बार बारिश ज्यादा हुई है. पहाड़ों पर ज्यादा बर्फबारी होगी तो आपको वैसी ही तैयारी रखनी होगी. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है तो आप तैयार रहें, ऐसा करेंगे तो नुकसान से बचकर रह पाएंगे. 

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