दिल्ली नगर निगम (MCD) की स्टैंडिंग कमिटी के लिए बुधवार हो चुनाव हुए. शाम तक चुनाव के नतीजे साफ हो चुके हैं. लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, MCD की 18 सीटों वाली स्टैंडिंग कमिटी में BJP ने AAP के मुकाबले बढ़त बना ली है. BJP ने 7 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि आम आदमी पार्टी ने 5 सीटें अपने खाते में दर्ज की हैं.
बीजेपी ने नरेला, सिविल लाइंस, केशवपुरम, शाहदरा उत्तरी, नजफगढ़, शाहदरा दक्षिण और सेंट्रल जोन में जीत हासिल की जबकि 'आप' ने करोल बाग, पश्चिम, दक्षिण, सिटी एसपी और रोहिणी जोन में विजय हासिल की.
दक्षिण जोन में क्रॉस वोटिंग के कारण भाजपा और आप के बीच बराबरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी. ऐसे में लॉटरी के माध्यम से आप ने जोन के अध्यक्ष का पद जीता. पार्टी प्रत्याशियों ने अध्यक्ष एवं स्थायी समिति के सदस्य पदों पर विजय हासिल की.
किस सीट पर किसे मिली जीत?
नजफगढ़ जोन में स्टैंडिंग कमिटी सदस्य के तौर पर BJP उम्मीदवार इंदरजीत सहरावत को जीत मिली है. शाहदरा साउथ जोन में स्टैंडिंग कमिटी सदस्य के लिए BJP उम्मीदवार नीमा भगत ने जीत दर्ज की. करोल बाग जोन से आम आदमी पार्टी के अंकुश नारंग भी जीत गए हैं. उनका चुनाव निर्विरोध हुआ है. सिटी एसपी जोन से भी आम आदमी पार्टी के पुनरदीप सिंह को स्टैंडिंग कमिटी के लिए निर्विरोध चुने गए हैं. सेंट्रल ज़ोन से BJP उम्मीदवार राज पाल सिंह स्टैंडिंग कमिटी सदस्य का चुनाव जीत गए हैं. नरेला जोन में BJP की अंजू देवी ने स्टैंडिंग कमिटी सदस्य का चुनाव जीत लिया है.
सिविल लाइंस से BJP के राजा इकबाल जीते
सिविल लाइंस जोन से स्टैंडिंग कमिटी सदस्य के लिए BJP उम्मीदवार राजा इकबाल चुनाव जीत गए. ये जोन बहुत अहम इसलिए था, क्योंकि माना जा रहा था कि अगर आम आदमी पार्टी BJP के एक पार्षद को तोड़ने में कामयाब रही, तो ये सीट उसकी हो जाएगी. लेकिन दोनों ही पार्टियों की तरफ से कोई क्रॉस वोटिंग नहीं हुई. लिहाजा BJP कैंडिडेट को जीत मिल गई.
साउथ जोन में AAP के प्रेम चौहान जीते
साउथ जोन में आम आदमी पार्टी उम्मीदवार प्रेम चौहान स्टैंडिंग कमिटी सदस्य का चुनाव जीत गए हैं. इस जोन के चुनाव की खास बात यह रही कि जोन अध्यक्ष पद पर पर्याप्त संख्या होने के बावजूद AAP ने BJP से टाई किया. यानी आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग करके BJP को वोट दे दिया. हालांकि, लकी ड्रॉ निकाल कर फैसला हुआ तो आम आदमी पार्टी उम्मीदवार विजय घोषित किए गए. डिप्टी चेयरमैन पद पर कांग्रेस का समर्थन भी आम आदमी पार्टी को मिल गया और कोई क्रॉस वोटिंग नहीं हुई. लेकिन, स्टैंडिंग कमिटी सदस्य में आम आदमी पार्टी को तय संख्या से कम वोट मिले और BJP अपनी संख्या से 2 पार्षद ज़्यादा ले आई.
MCD की स्टैंडिंग कमिटी कितनी पावरफुल?
MCD में मौजूद स्टैंडिंग कमिटी सही मायनों में प्रभावी तरीके से कॉर्पोरेशन का कामकाज देखती है और मैनेजमेंट करती है. यह कमिटी प्रोजेक्ट्स के लिए फंडिंग की मंजूरी भी देती है. किसी भी पॉलिसी की मेकिंग से लेकर उसे लागू करने में इस कमिटी का बड़ा रोल होता है.
क्या होती हैं वार्ड कमिटियां?
MCD के तहत अगर वार्ड कमिटियों की भूमिका की बात की जाए, तो ये क्षेत्र स्तर पर समस्याओं के निपटारे और नीतियों को बनाने का काम करती हैं. नगर निगम को कुल 12 क्षेत्रीय वार्ड कमिटियों में बांटा गया है. इसमें पार्षद अपने वार्ड की समस्याओं को उठाते हैं. हर 15 दिनों पर वार्ड कमिटियों की बैठक होती है. निगम में वार्ड कमिटी का चुनाव जीतना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि इस चुनाव को जीतने के बाद कोई भी दल जो सत्ता में हो, वो क्षेत्रीय स्तर पर उन नीतियों को लागू करा सकती है, जो फैसले मुख्यालय स्तर पर लिए जाते हैं.
फैक्ट्स
- दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की दिल्ली वार्ड समिति के लिए चुनाव बुधवार सुबह एजेंसी के मुख्यालय में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुए
- 2022 में एमसीडी के एकीकरण के बाद यह पहला चुनाव है. काफी समय से लंबित था.
- सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच राजनीतिक गतिरोध के कारण चुनाव नहीं हो सका और मामला अदालत में विचाराधीन था.
- दोनों पार्टियों में टकराव की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने मध्य दिल्ली में स्थित सिविक सेंटर में और उसके आस-पास सुरक्षा इंतजाम किए .
- एमसीडी के सभी जोन के दो क्लस्टर में एकसाथ मतदान हुआ, जबकि पांच जोन में पार्षदों ने एकसाथ मतदान किया, वहीं बाकी जोन में अलग अलग वोटिंग हुई.
- एमसीडी के रोहिणी जोन, नजफगढ़ जोन, पश्चिम जोन, दक्षिण जोन और मध्य जोन में मतदान सुबह 10 बजे से शाम चार बजे के बीच हंसराज गुप्त ऑडिटोरियम में एजेंसी के मुख्यालय के प्रथम तल पर हुआ.
- शेष पांच जोन - करोल बाग, शाहदरा दक्षिण, शाहदरा उत्तर, सिविल लाइंस और नरेला में सत्य नारायण बंसल ऑडिटोरियम में दूसरे मंजिल पर इसी समय में मतदान हुआ
- दिल्ली नगर निगम विनियम, 1958 के अनुपालन में गुप्त मतदान के जरिए चुनाव हुआ.