नोएडा-फरीदाबाद वाले सीधे कैसे जा पाएंगे गुड़गांव, दिल्ली मेट्रो के तीन नए कॉरिडोर का पूरा रूट समझिए

वर्तमान में दिल्ली और एनसीआर में डीएमआरसी द्वारा लगभग 395 किलोमीटर लंबी 12 मेट्रो लाइनें और 289 स्टेशन संचालित किए जा रहे हैं. आज दिल्ली मेट्रो भारत का सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है और दुनिया के सबसे बड़े मेट्रो नेटवर्कों में से एक है.

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  • केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली मेट्रो के चरण V(A) विस्तार परियोजना को 12015 करोड़ रुपये की लागत से मंजूरी दी है
  • आर.के. आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ, एयरोसिटी से आईजीडी एयरपोर्ट, तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज कॉरिडोर शामिल हैं
  • परियोजना का निर्माण 3 सालों में पूरा होगा और इससे राजधानी में कनेक्टिविटी और प्रदूषण नियंत्रण में सुधार होगा
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नई दिल्ली:

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 12, 015 करोड़ रुपये की दिल्ली मेट्रो विस्तार परियोजना को मंजूरी दे दी है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इसकी जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली मेट्रो के फेज- 5(A) के निर्माण का खर्च भारत सरकार, दिल्ली सरकार और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग एजेंसियां उठाएंगी. उन्होंने कहा कि सेंट्रल विस्टा कॉरिडोर के तहत सभी कर्तव्य भवनों से कनेक्टिविटी होगी, जिससे इस इलाके में ऑफिस जाने वालों और विजिटरों को भवन के दरवाजे तक पहुंच की सुविधा मिलेगी. इस कनेक्टिविटी से रोजाना लगभग 60,000 कार्यालय जाने वाले और 2 लाख विजिटर लाभान्वित होंगे. ये कॉरिडोर प्रदूषण और जीवाश्म ईंधन के उपयोग को कम करके जीवन को सुगम बनाएंगे.

3 साल में पूरी होगी मेट्रो के चरण V (A) परियोजना

दिल्ली मेट्रो के चरण V (A) परियोजना के अंतर्गत मंत्रिमंडल ने तीन नए कॉरिडोर को मंजूरी दी है और इसको पूरा करने को लेकर 3 साल का समय तय किया गया है. 12, 015 करोड़ की कुल अनुमानित लागत में से भारत सरकार 1759 करोड़ और दिल्ली सरकार 1759 करोड़ की राशि देगी. वहीं बाकी के रकम, 5278 करोड़ रुपये लोन के जरिए हासिल किए जाएंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तीन नए कॉरिडोर को मंजूरी दी है -

  1. आर.के. आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ (9.913 किमी),
  2. एयरोसिटी से आईजीडी एयरपोर्ट टी-1 (2.263 किमी)
  3. तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज (3.9 किमी).

ये कॉरिडोर दिल्ली मेट्रो के चरण V (A) परियोजना के अंतर्गत आते हैं, जिसकी कुल लंबाई 16.076 किमी है और इससे राष्ट्रीय राजधानी में कनेक्टिविटी और बेहतर होगी. अश्विनी वैष्णव ने बताया कि फरीदाबाद से गुड़गांव लाइन को लेकर स्टडी की जा रही है.

उन्होंने बताया कि इंद्रप्रस्थ स्टेशन को आर के आश्रम स्टेशन को जोड़ने के लिए जो नई लाइन बनेगी, इसी लाइन पर नॉर्थ और साउथ ब्लॉक को जोड़ा जाएगा. नॉर्थ और साउथ ब्लॉक को संग्रहालय में बदला जाना है, इसे युगे युगीन भारत संग्रहालय कहा जाएगा. इसी लाइन पर कर्तव्य भवनों को भी जोड़ा जाएगा.

  1. आर.के. आश्रम मार्ग – इंद्रप्रस्थ खंड बॉटनिकल गार्डन-आर.के. आश्रम मार्ग कॉरिडोर का विस्तार होगा. यह सेंट्रल विस्टा क्षेत्र को मेट्रो कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिसका वर्तमान में पुनर्विकास चल रहा है.
  2. एयरोसिटी – आईजीडी एयरपोर्ट टर्मिनल 1 और तुगलकाबाद – कालिंदी कुंज खंड एयरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर का विस्तार होगा और तुगलकाबाद, साकेत, कालिंदी कुंज आदि जैसे राष्ट्रीय राजधानी के दक्षिणी भागों से हवाई अड्डे की कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगे. इन विस्तारों में 13 स्टेशन शामिल होंगे. इनमें से 10 स्टेशन भूमिगत और 3 स्टेशन एलिवेटेड होंगे.

कॉरिडोर-1 पूरा होने से पश्चिम, उत्तर और पुरानी दिल्ली की मध्य दिल्ली से बढ़ेगी कनेक्टिविटी

कॉरिडोर-1, यानी आर.के. आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ तक (9.913 किमी), के पूरा होने के बाद पश्चिम, उत्तर और पुरानी दिल्ली की मध्य दिल्ली से कनेक्टिविटी में सुधार होगा, और अन्य दो कॉरिडोर, यानी एयरोसिटी से आईजीडी एयरपोर्ट टी-1 तक (2.263 किमी) और तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज तक (3.9 किमी), दक्षिण दिल्ली को साकेत, छतरपुर आदि के रास्ते घरेलू हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 से जोड़ेंगे, जिससे राष्ट्रीय राजधानी के भीतर कनेक्टिविटी में जबरदस्त वृद्धि होगी.

परियोजना के चरण-V (A) के तहत बनने वाले ये मेट्रो विस्तार मध्य दिल्ली और घरेलू हवाई अड्डे तक दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की पहुंच बढ़ाएंगे, जिससे अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा मिलेगा. मैजेंटा लाइन और गोल्डन लाइन के ये विस्तार सड़कों पर भीड़भाड़ कम करेंगे, जिससे मोटर वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी.

आरके आश्रम मार्ग - इंद्रप्रस्थ खंड पर बनने वाले स्टेशन हैं: आरके आश्रम मार्ग, शिवाजी स्टेडियम, केंद्रीय सचिवालय, कर्तव्य भवन, इंडिया गेट, युद्ध स्मारक - उच्च न्यायालय, बड़ौदा हाउस, भारत मंडपम और इंद्रप्रस्थ.

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तुगलकाबाद - कालिंदी कुंज खंड पर सरिता विहार डिपो, मदनपुर खादर और कालिंदी कुंज स्टेशन होंगे, जबकि एयरोसिटी स्टेशन को आईजीडी टी-1 स्टेशन से जोड़ा जाएगा.

111 किलोमीटर लंबे और 83 स्टेशनों वाले चौथे चरण का निर्माण कार्य जारी है, और आज तक चौथे चरण (3 प्राथमिकता) के गलियारों का लगभग 80.43% सिविल निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. चौथे चरण (3 प्राथमिकता) के गलियारों का निर्माण दिसंबर 2026 तक चरणबद्ध तरीके से पूरा होने की संभावना है.

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आज दिल्ली मेट्रो प्रतिदिन औसतन 65 लाख यात्रियों को सेवा प्रदान करती है. अब तक की अधिकतम यात्री यात्रा 8 अगस्त, 2025 को 81.87 लाख दर्ज की गई थी. दिल्ली मेट्रो ने एमआरटीएस के मूल मापदंडों, अर्थात् समय की पाबंदी, विश्वसनीयता और सुरक्षा में उत्कृष्टता का प्रतीक बनकर शहर की जीवनरेखा बन गई है.

वर्तमान में दिल्ली और एनसीआर में डीएमआरसी द्वारा लगभग 395 किलोमीटर लंबी 12 मेट्रो लाइनें और 289 स्टेशन संचालित किए जा रहे हैं. आज दिल्ली मेट्रो भारत का सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है और दुनिया के सबसे बड़े मेट्रो नेटवर्कों में से एक है.

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