दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने कहा कि एमसीडी की पिछली सरकारों पर निशाना साधा है. मेयर ने कहा कि पिछली सरकारों ने दिल्लीवासियों को आवारा जानवरों से निजात दिलाने के लिए काम करना तो दूर, जनगणना भी नहीं करवाई. दिल्ली में लगभग 6 लाख आवारा कुत्ते हैं. पिछले 7 वर्षों में कोई जनगणना नहीं की गई है. डॉग स्टेरलिज़ैशन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए योजना में आरडब्ल्यूए और डॉग लवर को शामिल किया जाएगा. केजरीवाल सरकार हर वादे को पूरा करेगी. आवारा जानवरों से दिल्ली को निजात दिलाने के लिए विश्वस्तरीय मॉडल लागू किया जाएगा.
दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने सिविक सेंटर में आज शहर में आवारा जानवरों के मुद्दे पर महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि वह वसंत कुंज की घटना से चिंतित हैं. उन्हें जैसे ही इस घटना के बारे में पता चला उन्होंने अधिकारियों की एक आपात बैठक बुलाई.
बैठकों के दौरान गैर-सरकारी संगठनों के लिए बुनियादी ढांचे की कमी सहित वर्तमान प्रणाली में कई खामियां सामने आयी हैं. दिल्ली में लगभग 6 लाख आवारा कुत्ते हैं. पिछले 7-8 वर्षों में कोई जनगणना नहीं की गई है. वर्तमान में शहर में 20 स्टेरलिज़ैशन केंद्र हैं, जिनमें से 16 कार्यरत हैं. स्टेरलिज़ैशन कार्यक्रम को प्रभावी बनाने के लिए काम किया जाएगा.
मेयर ने अधिकारियों को स्टेरलिज़ैशन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आरडब्ल्यूए, डॉग लवर को शामिल करने के लिए एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि शहर में स्ट्रीट डॉग्स की अच्छी देखभाल सुनिश्चित करने के साथ लोगों को उस समस्या से निजात दिलायी जाएगी.
उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार हर वादे को पूरा करेगी. आवारा जानवरों से दिल्ली को निजात दिलाने के लिए विश्वस्तरीय मॉडल लागू किया जाएगा. मेयर ने कहा कि बच्चों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का अभी इंतजार है. अभी तक यह पुष्टि नहीं हुई है कि घटना आवारा कुत्तों के कारण या किसी अन्य कारणों से हुई है.