स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के मौके पर दिल्ली में आतंकी हमले का खतरा बेहद ज्यादा रहता है. इस बार खुफिया एजेंसियों को ऐसी जानकारी मिली है कि आतंकी संगठन लाल किले या उसके आसपास हमले की फिराक में हैं. जैश ए मोहम्मद, लश्कर तैयबा और खालिस्तानी आतंकियों से सबसे ज्यादा खतरा है. खबर है कि आतंकी पुलिस की वर्दी में भी आ सकते हैं इसलिए दिल्ली पुलिस दिल्ली के सभी बस अड्डों में जबरदस्त चेकिंग अभियान चला रही है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, लाल किले (Red Fort) की सुरक्षा को अभेद बनाया गया है. बड़े बड़े कंटेनर लगाकर लाल किले के मुख्य द्वार को बंद किया गया है. सुरक्षा के लिहाज ऐसा पहली बार हुआ. 40 हज़ार जवान लाल किले की सुरक्षा में तैनात हैं. 9 एन्टी ड्रोन सिस्टम लगाए गए हैं. लाल किले के आसपास 30 जगहों पर एनएसजी के जवान तैनात हैं. 15 जगहों पर एनएसजी के स्नाइपर्स तैनात किए गए हैं.
सूत्रों ने बताया कि लाल किले के आसपास 9 किलोमीटर के दायरे में खास निगरानी की जा रही है. 350 रूफ टॉप तैनात रहेंगे. इनके पास सफेद और लाल झंडा होगा. खतरा होने पर लाल झंडा दिखाएंगे. पतंगों को उड़ने से रोकने के लिए काइट्स कैचर की तैनाती की गई. एयर डिफेंस सिस्टम की भी तैनाती की गई है. करीब 300 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों से निगरानी हो रही है.
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द्वारका के डीसीपी संतोष कुमार मीणा ने कहा कि दिल्ली पुलिस को खुफिया एजेंसियों से जो अलर्ट मिला है उसके मुताबिक, दिल्ली में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और खालिस्तानी आतंकी दिल्ली में हमला करने की फिराक में हैं, इसलिए दिल्ली के अभी बाजारों, साइबर कैफे और बाहर से आने वाले लोगों,विदेशी नागरिकों पर खास नज़र रखी जा रही है.
डीसीपी, रेलवे हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा, "बस अड्डों की तरह रेलवे स्टेशनों पर भी भारी सुरक्षा इंतज़ाम हैं. दिल्ली पुलिस आरपीएफ के साथ मिलकर ट्रेनों से आने वाले मुसाफिरों पर खास नज़र बनाये हुए है. खबर है कि पुलिस की वर्दी में आतंकी आ सकते हैं इसलिए डॉग स्क्वाड, बम डिटेक्शन टीम की मदद से यात्रियों और उनके सामान की जांच की जा रही है."